कांग्रेस के बागी नेता ने सचिन पायलट को लेकर कर दी भविष्यवाणी
Sunday, Feb 09, 2025-12:10 PM (IST)
![](https://static.punjabkesari.in/multimedia/2025_2image_12_10_004494659thumbnail.jpg)
कांग्रेस के बागी नेता गोपाल गुर्जर का बीजेपी सरकार पर हमला
टोंक जिले के लावा गांव में शनिवार (8 फरवरी) को कांग्रेस के बागी नेता गोपाल गुर्जर ने जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी को खुली चुनौती दी। उन्होंने मंत्री पर गुर्जर समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले को लेकर तीखा हमला बोला।
गोपाल गुर्जर ने मंत्री को घेरते हुए कहा, "कन्हैया लाल चौधरी तुम तो मंत्री ही बने हो, लेकिन राजस्थान में अगली बार सचिन पायलट ही मुख्यमंत्री बनेंगे। मंत्री कन्हैया लाल, तुम छोटी-छोटी हरकतें करना बंद कर दो। डेढ़ साल बीत चुके हैं और बाकी के साढ़े तीन साल भी गुजर जाएंगे। गुर्जर समाज का व्यक्ति तो कहीं भी नौकरी कर लेगा, लेकिन फिर भी तुम लोग ऐसी हरकतें करते हो।"
कांग्रेस से टिकट न मिलने पर निर्दलीय लड़े थे चुनाव
गोपाल गुर्जर 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बागी हो गए थे और मालपुरा-टोडारायसिंह सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े थे। उन्होंने जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी पर आरोप लगाया कि मालपुरा-टोडारायसिंह क्षेत्र में जानबूझकर गुर्जर समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले कराए जा रहे हैं। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा, "कान खोलकर सुन लो, राजस्थान में अगली बार सचिन पायलट ही मुख्यमंत्री होंगे।"
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
गोपाल गुर्जर के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके बयान ने एक बार फिर राजस्थान की कांग्रेस राजनीति में हलचल मचा दी है। पायलट समर्थकों में जोश भरने वाले इस बयान ने कांग्रेस के अंदरूनी समीकरणों को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। इससे पहले भी टोंक और अन्य जगहों से अकबर खान जैसे नेताओं ने सचिन पायलट को अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने की बात कही थी।
चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला, तीसरे स्थान पर रहे गुर्जर
2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद गोपाल गुर्जर ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरकर जलदाय मंत्री कन्हैया लाल चौधरी को सीधी चुनौती दी थी। हालांकि, वे त्रिकोणीय मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में उन्हें 48,184 वोट मिले थे। हालांकि, उनके समर्थन में भारी भीड़ देखने को मिली थी और उनके भाषणों ने क्षेत्र में काफी प्रभाव डाला था।
सचिन पायलट को लेकर सियासत गरमाई
गोपाल गुर्जर के इस बयान के बाद राजस्थान में सचिन पायलट के मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। इससे पहले भी पायलट समर्थकों ने कई बार उनकी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर आवाज उठाई है। अब गोपाल गुर्जर के समर्थन के बाद इस मुद्दे ने फिर से तूल पकड़ लिया है।
गुर्जर समाज की नाराजगी और राजनीतिक प्रभाव
गुर्जर समाज की नाराजगी कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकती है। इस समुदाय का राजस्थान की राजनीति में बड़ा प्रभाव है और इनके समर्थन या विरोध से चुनावी समीकरण बदल सकते हैं। गोपाल गुर्जर जैसे बागी नेताओं के बयान इस नाराजगी को और बढ़ा सकते हैं।
गोपाल गुर्जर के इस बयान ने न केवल सचिन पायलट की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को मजबूत किया है, बल्कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों के भीतर राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान का कांग्रेस और बीजेपी की आगामी रणनीतियों पर क्या प्रभाव पड़ता है।