9 नए जिलों को निरस्त करना सरकार को पड़ा भारी !
Monday, Dec 30, 2024-02:30 PM (IST)
राजस्थान में भजनलाल सरकार के फैसले से आक्रोश
भजनलाल सरकार के हालिया फैसले ने राजस्थान के कई जिलों में आक्रोश फैला दिया है। सरकार ने गहलोत सरकार के कार्यकाल में बनाए गए 9 नए जिलों को समाप्त करने का निर्णय लिया है। इस फैसले के बाद विभिन्न जिलों में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
नए जिलों को समाप्त करने का फैसला
भजनलाल सरकार ने कैबिनेट बैठक में 9 नए जिलों को खत्म करने का फैसला लिया। ये जिले गहलोत सरकार के समय में बनाए गए थे। समाप्त किए गए जिलों की सूची:
- अनूपगढ़
- दूदू
- गंगापुरसिटी
- जयपुर ग्रामीण
- जोधपुर ग्रामीण
- केकड़ी
- नीमकाथाना
- सांचौर
- शाहपुरा
इसके साथ ही बांसवाड़ा, सीकर और पाली को संभाग का दर्जा भी समाप्त कर दिया गया है।
विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम
इस फैसले के विरोध में रविवार को विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन हुए। अनूपगढ़ में बड़ी संख्या में लोगों ने हाईवे जाम किया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सड़कों पर टायर जलाकर प्रदर्शनकारियों ने अपना गुस्सा जाहिर किया।
नीमकाथाना में जिला संघर्ष समिति ने ट्रेन रोकने की चेतावनी दी है। वहीं, अनूपगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सरकार से अपना निर्णय वापस लेने की मांग की।
राजनीतिक आरोप और आंदोलन की चेतावनी
सांचौर जिला समाप्त किए जाने पर पूर्व राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई ने इसे राजनीतिक द्वेष करार दिया। उन्होंने सोमवार को कलेक्टर कार्यालय के सामने महापड़ाव करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, "सरकार ने यह फैसला द्वेषपूर्ण मानसिकता के तहत लिया है।"
अनूपगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुरेश बिश्नोई ने कहा कि इस फैसले से लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "जिले के लिए की गई मेहनत और उम्मीदों को नजरअंदाज कर इसे खत्म कर दिया गया है।"
सोमवार को भी जारी रहेगा विरोध
फैसले के विरोध में सोमवार को भी कई स्थानों पर प्रदर्शन होने की संभावना है। विभिन्न जिलों के स्थानीय लोग और संघर्ष समितियां इस मुद्दे को लेकर आंदोलन तेज कर रही हैं।