नगर परिषद का डम्पिंग यार्ड बना गौ माता के लिए कब्रगाह
Monday, Jun 16, 2025-11:28 AM (IST)

जैसलमेर । पिछले 1 दशक से भी ज्यादा समय से देश की राजनीति में गौ माता का मुद्दा गरमाया नजर आ रहा है, राजनीतिक पार्टियां चुनावों के वक्त गाय को माता बताकर अपनी राजनीतिक रोटियां तो सेकती हैं मगर सत्ता में आने के बाद उसे बदहाल स्थिति में छोड़ देती है जिसका जीता जागता उदाहरण है जैसलमेर की नगर परिषद का डंपिंग यार्ड। शहर से मात्र 6 किलोमीटर दूर बड़ा बाग में स्थित इस डंपिंग यार्ड में हजारों की संख्या में गायें काल का ग्रास बन चुकी है यही नहीं बिना बाउंड्री वाल के इस डंपिंग यार्ड में शहर से भी मृत पशु ले जाकर वहां खुले में फेंक दिए जाते है जिससे ग्रामीणों संक्रमण तो फैलता ही है इसके अलावा गायें भी इन मृत पशुओं के अवशेष खाने से मौत की आगोश में समा रही हैं। ग्रामीणों ने इस डम्पिंग यार्ड को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किए हैं तथा पिछले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार भी किया था लेकिन उस वक्त स्थानीय विधायक तथा प्रशासन के आश्वासन पर मान भी गए थे। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद स्थिति बद से बदतर हो गई है। इन बिगड़ते हालात के बीच करणी सेना गौ सेवा समिति ने इन मूक पशुओं को बचाने का बीड़ा उठाया है। समिति के सदस्यों द्वारा इन गायों के लिए हरा चारा व हरी सब्जियों को शहर से ले जाकर खिलाया जा रहा है जिससे गायें मृत पशुओं के अवशेष नहीं खाए। इसके अलावा समिति के द्वारा जेसीबी मशीन लगाकर वहां पर एक अस्थायी तालाब का निर्माण करवाया जा रहा हैं। समिति के सदस्यों का कहना है कि इस डंपिंग यार्ड में होटलों का कचरा व पूरे शहर की गंदगी को फेंका जा रहा है। इस कचरे व प्लास्टिक को खाकर रोजाना सैंकड़ो पशु मर रहे हैं। यहां पर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण हमने एक तालाब बनाया है। हमारी प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द इस डंपिंग यार्ड चार दीवारी बनाकर एक गेट बनाया जाए तथा यहां पर घूम रही गायों व नन्दियों को गौशाला भेजा जाए जिससे इनकी जान बच सकें।