सड़क हादसे ने छीना रियल हीरो,गोडावण मैन के नाम से चर्चित राधेश्याम पेमानी का हुआ निधन
Saturday, May 24, 2025-11:12 AM (IST)

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग पालतू पशुओं का तो क्या,खुद का ख्याल भी नहीं रख पाते,लेकिन जैसलमेर की पावन धरा पर जन्मा एक ऐसा रियल हीरो जिसने अपनी पूरी जिंदगी मूक पशु-पक्षियों के नाम समर्पित कर दी और जिंदगी को अलविदा कहते समय भी वो मूक पशुओं की रक्षा ही कर रहे थे। हम बात कर रहे है जैसलमेर जिले के धोलिया गांव के निवासी राधेश्याम पेमानी विश्नोई की। गोडावण मैन के नाम से मशहूर राधेश्याम विश्नोई ने अपना पूरा जीवन पशु पक्षियों की सेवा में अर्पित कर दिया। जो काम सरकारों को करना चाहिए लेकिन सरकारों व जिम्मेवारों की उदासीनता के चलते वो काम राधेश्याम ने अकेले वन मेन आर्मी बनकर किए जिससे जैसलमेर ही नही बल्कि पूरा देश उन्हें सदियों तक याद रखेगा। राधेश्याम हमेशा दूर दराज जंगलों में पशु पक्षियों के लिए छाया पानी की व्यवस्था में तत्पर रहते थे। जब भी किसी पशु पक्षी के साथ कोई दुर्घटना की खबर आती थी तो पेमानी सबसे पहले पहुंचकर अपने घर के सदस्यों की तरह की तरह उनकी सेवा करते थे। धौलिया निवासी राधेश्याम पेमाणी वन्यजीव प्रेमी थे। इस भीषण गर्मी में वन्यजीवों की प्यास बुझाने से लेकर उनके शिकार पर रोकथाम लगाने को लेकर पेमाणी हर समय प्रयासरत थे। पेमाणी वन्यजीव प्रेमी होने के साथ ही वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर भी थे। पेमाणी के खींचे कई फोटो राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों व मैगजीन में छप चुके हैं। इसके साथ ही पेमाणी द्वारा अपने स्तर से ही वन्यजीवों के पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही थी। गुरुवार को भी राधेश्याम भादरिया राय में शिकार होने की सूचना पर अपने दो साथियों व वनकर्मी के साथ गए हुए थे वापस लौटते समय उनकी बोलेरो गाड़ी की भिड़ंत एक ट्रक से हो गई। भिड़ंत इतनी खतरनाक थी कि बोलेरो गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और गाड़ी में सवार राधेश्याम विश्नोई सहित चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। राधेश्याम विश्नोई का आज उनके पैतृक गांव धोलिया में अंतिम संस्कार किया जाएगा। देर रात घटना के बाद से ही उनके गांव,वन्यजीव प्रेमियों सहित पूरे जिले में शोक की।लहर दौड़ गई है।