डीग जिले में ''विकास रथ यात्रा'' ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में एकसाथ दी दस्तक
Friday, Dec 19, 2025-03:25 PM (IST)
डीग। राज्य सरकार के सफलतम दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 'सेवा, सुशासन और जनकल्याण' के संकल्प को जन-जन तक पहुँचाने के लिए डीग जिले में संचालित 'विकास रथ यात्रा' ने गुरुवार को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में एक साथ दस्तक दी। जिले की तीनों विधानसभाओं—डीग-कुम्हेर, नगर और कामां—में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान आमजन ने डिजिटल माध्यम से सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के विजन को समझा।
तीनों विधानसभाओं में विकास यात्रा का प्रभावी संचार
गुरुवार को विकास रथों ने जिले के विभिन्न अंचलों में भ्रमण कर सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया। डीग-कुम्हेर (शहरी संपर्क) विकास रथ ने नगर पालिका कुम्हेर के वार्ड संख्या 1 से 25 तक सघन भ्रमण किया। शहरी क्षेत्र के निवासियों ने अपने मोहल्लों में सरकार की उपलब्धियों का लेखा-जोखा देखा।
नगर विधानसभा (ग्रामीण चौपाल)
यहाँ यात्रा ने ग्रामीण परिवेश में अपनी पैठ बनाई। विकास रथ झंझार, सिहावली, तेस्की, जलालपुर, खोहरी और बासबुर्जा पहुँचा, जहाँ ग्रामीणों ने रथ का आत्मीय स्वागत किया।
कामां विधानसभा (मेवात में जागरूकता)
क्षेत्र के धर्मशाला, बौलखेड़ा, लुहेसर, जुरहरी और जुरहरा गांवों में विकास रथ के माध्यम से जागरूकता की अलख जगी।
नेतृत्व का संदेश: राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रथ पर लगी विशाल एलईडी स्क्रीन रही। इसके माध्यम से उपस्थित जनसमूह ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के ओजस्वी वक्तव्यों और संदेशों को सुना। प्रधानमंत्री जी के 'विकसित भारत' के विजन और मुख्यमंत्री जी के 'विकसित राजस्थान' के संकल्प को ग्रामीणों ने पूरी तन्मयता के साथ सुना (आत्मसात किया)। संदेश में स्पष्ट किया गया कि सरकार की योजनाएं किसी एक वर्ग के लिए नहीं, बल्कि 'सबका साथ, सबका विकास' की भावना से प्रेरित हैं।
योजनाओं का 'सजीव' चित्रण और जन-जागरूकता
एलईडी स्क्रीन पर प्रदर्शित लघु फिल्मों के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं—जैसे जल जीवन मिशन, पीएम आवास, किसान सम्मान निधि और स्वास्थ्य बीमा—की जानकारी दी गई। ग्रामीणों ने देखा कि कैसे तकनीक और पारदर्शिता के माध्यम से सरकार ने बिचौलियों को हटाकर सीधा लाभ आम आदमी की जेब तक पहुँचाया है। कुम्हेर के शहरी वार्डों और नगर-कामां के गांवों में उपस्थित बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं ने इसे 'सुशासन का प्रत्यक्ष प्रमाण' बताया।
प्रशासनिक मुस्तैदी और जन-संवाद
यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। उन्होंने ग्रामीणों को प्रेरित किया कि वे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के संदेश को केवल सुनें नहीं, बल्कि योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन स्तर को ऊपर उठाएं। अधिकारियों ने मौके पर ही ग्रामीणों की जिज्ञासाओं का समाधान किया और पात्र व्यक्तियों को योजनाओं से जोड़ने की प्रक्रिया समझाई।
