राजस्थान के शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर को इटली में मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान, फिल्म संरक्षण में अद्वितीय योगदान के लिए |

Saturday, Jun 28, 2025-07:50 PM (IST)

राजस्थान के शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर को इटली में मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान, फिल्म संरक्षण में अद्वितीय योगदान के लिए मिला विटोरियो बोरिनी पुरस्कार
जयपुर/बोलोग्ना (इटली):
भारत और दक्षिण एशिया में फिल्म विरासत को बचाने के लिए अपने जीवन को समर्पित करने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता और अभिलेखाकार शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर को इटली के बोलोग्ना में आयोजित इल सिनेमा रिट्रोवाटो फिल्म फेस्टिवल में विटोरियो बोरिनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें फिल्म संरक्षण और बहाली के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया गया।

शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर, जो राजस्थान के डूंगरपुर क्षेत्र से संबंध रखते हैं, ने यह सम्मान फोंडेज़िओन सिनेटेका डी बोलोग्ना के निदेशक जियान लुका फारिनेली से प्राप्त किया। यह पूरे राजस्थान और भारत के लिए गर्व की बात है कि एक भारतीय फिल्म अभिलेखाकार को सिनेमा संरक्षण के वैश्विक मंच पर इतनी ऊंची पहचान मिली है।

फिल्म विरासत को सहेजने का संकल्प
शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने 2014 में फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन की स्थापना की थी, जिसने सीमित संसाधनों के बावजूद भारत, श्रीलंका और नेपाल जैसे देशों में फिल्म संरक्षण के क्षेत्र में एक जागरूकता और आंदोलन खड़ा किया। उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण फिल्मों की बहाली हुई और भारतीय क्लासिक सिनेमा को बड़े पर्दे पर फिर से लाया गया।

पुरस्कार प्राप्ति के बाद उन्होंने कहा

"विटोरियो बोरिनी पुरस्कार मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है। यह मेरे द्वारा स्थापित फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और उसकी पूरी टीम के प्रयासों की अंतरराष्ट्रीय मान्यता है। पिछले पंद्रह वर्षों में हमने जो भी मील के पत्थर तय किए हैं, वे दर्शाते हैं कि भारतीय फिल्म विरासत को संरक्षित रखने की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता कितनी मजबूत है।"

उन्होंने यह भी साझा किया कि 2010 में जब वे पहली बार बोलोग्ना में इल सिनेमा रिट्रोवाटो फेस्टिवल में पहुंचे, तब उन्होंने पहली बार विश्व सिनेमा की बहाल की गई उत्कृष्ट कृतियों को बड़े पर्दे पर देखा और यह अनुभव उनके जीवन का निर्णायक मोड़ बन गया। "मैं एक दर्शक बनकर वहां गया था, लेकिन लौटते वक्त मेरे भीतर एक फिल्म अभिलेखाकार जन्म ले चुका था," उन्होंने मुस्कराते हुए कहा।

विटोरियो बोरिनी पुरस्कार का महत्व
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार सिनेटेका डि बोलोग्ना द्वारा 2022 में स्थापित किया गया था और यह उन व्यक्तियों या संस्थानों को दिया जाता है जिन्होंने सिनेमा के संरक्षण, बहाली, प्रचार और अभिलेखीय दस्तावेजीकरण में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इसका नाम विटोरियो बोरिनी (1938–2021) के सम्मान में रखा गया, जो सिनेटेका डि बोलोग्ना के संस्थापक और पहले निदेशक थे। यह पुरस्कार न केवल फिल्म संरक्षण को एक सांस्कृतिक मिशन के रूप में स्थापित करता है, बल्कि यह यह भी बताता है कि सिनेमा केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्मृति का अमूल्य हिस्सा है।


Content Editor

Shruti Jha

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