ऑपरेशन चक्रव्यूह: बागलिया के बीहड़ों में चल रही ड्रग्स फैक्ट्री ध्वस्त
Monday, Dec 29, 2025-06:56 PM (IST)
जयपुर। प्रतापगढ़ एसपी बी. आदित्य के निर्देशन में चलाए जा रहे ऑपरेशन चक्रव्यूह ने नशे के सौदागरों की कमर तोड़ दी है। हथुनिया थाना पुलिस ने बागलिया के दुर्गम जंगलों और पहाड़ियों के बीच चल रही एक अवैध एमडी निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में उपकरण, मादक पदार्थ और एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
एसपी आदित्य ने बताया कि 29 दिसंबर की रात हथुनिया थानाधिकारी उदयवीर सिंह जब अपनी टीम के साथ गश्त पर थे, तब बागलिया से टकरावद के सुनसान रास्ते पर घने पेड़ों के बीच एक पहाड़ी पर आग जलती दिखाई दी। कड़कड़ाती ठंड में निर्जन स्थान पर आग देख पुलिस को संदेह हुआ। जब टीम दबे पांव पैदल पहाड़ी पर चढ़ी, तो वहां का नजारा चौंकाने वाला था। एक प्लास्टिक की झोपड़ी के भीतर एमडी बनाने का पूरा अवैध सेटअप लगा हुआ था।
पुलिस की आहट पाकर वहां मौजूद 21 वर्षीय करीम अजमेरी निवासी बगलिया ने भागने की कोशिश की, लेकिन मुस्तैद जाप्ते ने उसे चारों ओर से घेर लिया। तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 28.54 ग्राम अवैध एमडी बरामद हुई। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वह यहां हारून अजमेरी के इशारे पर फैक्ट्री की रखवाली कर रहा था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और निर्माण सामग्री को कब्जे में ले लिया है।
इस पूरे काले कारोबार का मास्टरमाइंड हारून अजमेरी बताया जा रहा है। हारून कोई साधारण अपराधी नहीं है, उसके खिलाफ राजस्थान और मध्य प्रदेश के विभिन्न थानों में एनडीपीएस एक्ट के 4 गंभीर मामले पहले से दर्ज हैं। पहले भी थानाधिकारी हथुनिया द्वारा उसकी अवैध कमाई से बनाई गई संपत्ति को धारा 68(F) के तहत फ्रीज किया जा चुका है, इसके बावजूद वह बेखौफ होकर जंगलों में नशे का जाल बुन रहा था।
इस कार्यवाही में थानाधिकारी उदयवीर सिंह के साथ एएसआई भोलुराम, रामचंद्र, हेड कांस्टेबल राजवीर, मनोहरसिंह, सुरेश कुमार और कांस्टेबल अनोप, मुकेश, अरुण, सुरेश, गिरीश चंद, भगवतीलाल व चालक गणपत की मुख्य भूमिका रही। पुलिस अब फरार हारून की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
