गहलोत का बयान: "देश में माहौल डरावना हो गया, लोगों को फोन टेप होने का डर"
Saturday, Jul 12, 2025-03:41 PM (IST)

गहलोत का बयान: "देश में माहौल डरावना हो गया, लोगों को फोन टेप होने का डर"
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश के मौजूदा हालातों को लेकर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि भारत में स्थिति दिन-ब-दिन डरावनी होती जा रही है। आपसी भरोसे की कमी इस हद तक पहुंच चुकी है कि पति-पत्नी तक एक-दूसरे से कहते हैं, "फेस टाइम पर बात करो"। उन्होंने सवाल उठाया – "यह क्या है?" गहलोत ने कहा, "इसका मतलब है कि लोगों में विश्वास नहीं रहा। उन्हें लगता है कि पता नहीं उनका फोन टेप हो रहा हो। आज नहीं हो रहा, वह अलग बात है, लेकिन देशवासियों के मन में यह भावना आना ही गंभीर बात है।"
जयपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान गहलोत ने कहा कि यह स्थिति लोकतंत्र के लिए अनुकूल नहीं है। उन्होंने कहा"बीजेपी और शासनकर्ताओं को सोचना पड़ेगा कि देश किस दिशा में जा रहा है और लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं।"
"लोकतंत्र को बचाना है तो संस्थाएं मज़बूत करनी होंगी"
गहलोत ने कहा कि अगर लोकतंत्र को मज़बूत करना है तो चुनाव आयोग, ज्युडिशियरी, सीबीआई, और इनकम टैक्स विभाग जैसी संस्थाओं को मज़बूत करना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया,
"हमारी प्रीमियर एजेंसियों – ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई का बहुत दुरुपयोग किया गया है।"
उन्होंने आगे कहा,
"सुप्रीम कोर्ट के जज को कहना पड़ा कि चुनाव आयोग जो दस्तावेज मांग रहा है, वो मेरे पास भी नहीं हैं। इससे बड़ा कटाक्ष और क्या हो सकता है?"
"बिहार में वोटर वेरिफिकेशन का मज़ाक बन गया है"
गहलोत ने बिहार में चल रहे वोटर आईडी वेरिफिकेशन अभियान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
"बिहार में जिस तरह वोटर आईडी वेरिफिकेशन के नाम पर अभियान शुरू किया गया है, वो पूरे देश में मजाक बन गया है। चुनाव आयोग ने एक महीने पहले यह प्रक्रिया शुरू कर दी। आप करोड़ों लोगों का सर्वे कर रहे हो, जो संभव नहीं है।"
उन्होंने कहा,
"नाम जोड़ने का करो तो लोग सहन कर लेते। लेकिन जो लोग 10 चुनाव में वोट दे चुके हैं, उन पर सवाल उठाए जा रहे हैं। उनके माता-पिता से लंबी चौड़ी बातें पूछी जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के जज साहब को कहना पड़ा कि यह दस्तावेज मेरे पास भी नहीं हैं। इससे बड़ा कटाक्ष और क्या हो सकता है?"
"बीजेपी ने अंदरखाने नीतीश कुमार के सांसद-विधायक तोड़ लिए"
बिहार की राजनीति को लेकर भी गहलोत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
"नीतीश कुमार हमारे मित्र हैं। लेकिन उनके नाम को आगे रखकर जिस तरह सरकार चलाई जा रही है, वह हमें पता है। उनके खुद के सांसदों, विधायकों को बीजेपी ने अंदर-अंदर तोड़ लिया। ऐसा सुनने में आता है। पिछले दो-ढाई साल से वहां गवर्नेंस बहुत खराब रहा है। लोग दुखी हैं।"
"इंडिया गठबंधन की एंट्री से बदला माहौल"
गहलोत ने कहा,
"जैसे ही इंडिया गठबंधन ने प्रचार शुरू किया, प्रधानमंत्री वहां 5-6 रैलियां कर चुके हैं। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और गठबंधन के अन्य नेताओं की एंट्री के बाद जनता खुलकर सामने आई है। बदलाव दिखने लगा है।"
उन्होंने कहा,
"जो सर्वे और फीडबैक मिल रहे हैं, उससे साफ है कि लोग अंदर से दुखी हैं और अब उनका दुख बाहर आ रहा है। मैं पटना गया था और वहां लोगों से बात की। मुझे महसूस हुआ कि इस बार बदलाव हो सकता है, और यह बदलाव आवश्यक भी है। यह बदलाव देशहित में है।"