सीएम भजनलाल शर्मा ने कार्मिकों को दिलाई सुशासन की शपथ

Thursday, Dec 25, 2025-07:46 PM (IST)

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम सुशासन’ के मंत्र को साकार करने के लिए हम सभी को निष्ठा और समर्पण से प्रयास करने चाहिए। उन्होंने अधिकारी-कर्मचारियों से जनसेवा, नवाचार और जवाबदेहिता की कार्य-संस्कृति को आत्मसात करते हुए राजस्थान को गुड गवर्नेन्स में रोल मॉडल बनाने का आह्वान किया। 

 

शर्मा गुरुवार को एचसीएम रीपा में सुशासन दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि सुशासन हमेशा भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है। हमारे यहां सुशासन को राम राज्य कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम राज्य के आदर्शों पर चलते हुए स्व. वाजपेयी ने शासन को सुशासन और स्वराज को सुराज में बदला। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से गांवों के विकास और स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के जरिए देश के आर्थिक विकास को गति दी। 

 

स्व. वाजपेयी ने स्वाभिमानी भारत की रखी आधारशिला
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. वाजपेयी ने देश को सूखा और बाढ़ से मुक्ति दिलाने के लिए प्रमुख नदियों को जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना भी प्रारंभ की। स्व. अटल में राष्ट्र प्रेम की प्रबल धारा सदैव प्रवाहित रहती थी। कारगिल युद्ध में ऑपरेशन विजय हो या बाहरी दबावों की चिंता किए बिना परमाणु परीक्षण करना, उन्होंने स्वाभिमानी भारत की आधारशिला रखी। उन्होंने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान का नारा देकर देश के विकास में विज्ञान को बढ़ावा देने का काम किया। 

 

पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत बन रहा सुशासन का रोल मॉडल
शर्मा ने कहा कि स्व. अटल की सुशासन की विरासत को प्रधानमंत्री  मोदी ने आगे बढ़ाया और देश को सुशासन का रोल मॉडल बनाने पर कार्य किया। उन्होंने नागरिक प्रथम के ध्येय के साथ तकनीक के माध्यम से आमजन को सीधे सरकार से जोड़कर शासन में भागीदार और अधिकार संपन्न बनाया है। सबका साथ, सबका विकास की सोच के साथ ऐसी नीतियां और योजनाएं लागू की जिनका लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचे।  मोदी ने लोकतंत्र से लोक को जोड़ा और नौकरशाही को सही मायने में लोकसेवक बनाया और खुद को देश का प्रधान सेवक बनाया।
     
7 लाख से अधिक कर्मयोगियों ने 26 लाख से अधिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम किए पूरे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासियों के जीवन को सरल और सुगम बनाने के लिए ग्रामीण और शहरी समस्या शिविरों और पंडित दीनदयाल अंत्योदय संबल पखवाड़े का सफल आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि मिशन कर्मयोगी के तहत विभिन्न गतिविधियों को लागू करने के लिए एचसीएम रीपा को राजस्थान के लिए नोडल विभाग के रूप में नामित किया गया है। हमारा प्रदेश एकीकृत सरकारी ऑनलाइन प्रशिक्षण प्लेटफॉर्म पर शामिल होने वाला पहला राज्य था। यहां 7 लाख से अधिक कर्मयोगियों ने नामांकन कर 26 लाख से अधिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूर्ण कर लिए हैं।

 

राजस्थान गतिशील, समावेशी अर्थव्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति का उत्थान के संकल्प के साथ राजस्थान गतिशील, समावेशी अर्थव्यवस्था के पथ पर अग्रसर हो रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान देश की 7वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। विकसित राजस्थान के विजन के अनुरूप इसे हमने 2047 तक 4.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। 

 

इस अवसर पर मुख्य सचिव  वी. श्रीनिवास ने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के संदेश का पठन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने दो वर्ष के कार्यकाल में बहुआयामी पहुंच सुनिश्चित करते हुए आमजन के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है। वर्तमान सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर गत दो सप्ताह में प्रदेश में व्यापक स्तर पर 6 लाख से अधिक गतिविधियों और कार्यक्रमों का संचालन किया गया।

 

कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन के मानव संसाधन सदस्य डॉ. आर. बालासुब्रमण्यम ने कहा कि मिशन कर्मयोगी लोकसेवा के इतिहास में ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रायोगिक तौर पर इस मिशन कर्मयोगी की शुरूआत की थी। इसके माध्यम से उन्होंने यह स्थापित किया कि अगर लोकसेवकों को प्रेरणा मिले तो वे और बेहतर काम कर सकते हैं तथा आमजन को सुगम सेवाएं उपलब्ध करा सकते हैं।  

 

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा, संसदीय कार्य मंत्री  जोगाराम पटेल, पुलिस महानिदेशक  राजीव कुमार शर्मा सहित विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे। समारोह में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सुशासन की शपथ दिलाई।


Content Editor

Anil Jangid

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