''बैलेंसिंग द फ्यूचर कोड'' एआई अवेयरनेस वर्कशॉप का हुआ आयोजन

Sunday, Aug 24, 2025-04:40 PM (IST)

'बैलेंसिंग द फ्यूचर कोड' एआई अवेयरनेस वर्कशॉप का हुआ आयोजन 

जयपुर, 24 अगस्त। प्रख्यात एजुकेटर, एआई कोच और मेंटर, अपर्णा धीर कट्याल द्वारा रविवार को 'हाउस ऑफ हिडन ट्रेज़र्स में अपनी तरह का पहला और अनोखा एआई अवेयरनेस वर्कशॉप 'बैलेंसिंग द फ्यूचर कोड' का आयोजन किया गया। अपर्णा ने इस वर्कशॉप का आयोजन अपनी स्टूडेंट, पाथवेज स्कूल, गुरुग्राम से अनाया अग्रवाल के साथ मिलकर किया। पहले मेंटर और स्टूडेंट कोलेबोरेशन के तहत आयोजित इस वर्कशॉप में विभिन्न आयु वर्गों के प्रतिभागियों ने उत्सुकता के साथ हिस्सा लिया। इस वर्कशॉप का उद्देश्य प्रतिभागियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रति जागरूक करना, एआई की बेसिक समझ देना और इसके व्यावहारिक प्रयोगों से रूबरू कराना था। 

वर्कशॉप को तीन प्रमुख आयु समूहों के अनुसार डिजाइन किया गया था। पहला समूह 7 से 10 वर्ष के 'यंग एक्सप्लोरर्स' के लिए रखा गया था, जिसमें उन्हें रोबोट बनाने की गतिविधियां और एआई वर्सेज नॉन-एआई गेम्स से अवगत कराया गया। वहीं, 10 से 14 वर्ष की उम्र के प्रतिभागियों 'टेक एक्सप्लोरर्स' को मजेदार चुनौतियों और कई लोकप्रिय एआई टूल्स से परिचय कराया गया, जैसे कि 'परप्लेक्सिटी', 'लियोनार्डो', 'कैनवा एआई', 'गामा एआई' आदि। उन्होंने सीखा कि ये टूल्स न केवल उनकी पढ़ाई में मदद कर सकते हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता को भी एक नया आयाम दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, 15 वर्ष और उससे अधिक उम्र के प्रतिभागियों 'स्मार्ट इनोवेटर्स' के लिए प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग, क्रिएटिव थिंकिंग और एआई के एडवांस्ड उपयोगों पर फोकस किया गया। 

वर्कशॉप के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की मूल अवधारणाओं पर भी प्रकाश डाला गया। इसके साथ ही, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (एनएलपी) की बेसिक जानकारी दी गई, जिससे बच्चे और युवा यह समझ सकें कि एआई किस तरह भाषा को समझता और उपयोग करता है। प्रतिभागियों को कई ऐसे एआई टूल्स और प्लेटफॉर्म्स के बारे में भी बताया गया, जिन्हें वे अपनी रोज़मर्रा की पढ़ाई और रचनात्मक गतिविधियों में इस्तेमाल कर सकते हैं। वर्कशॉप के अंत में सभी प्रतिभागियों को विशेष एआई गुडी बैग्स भी वितरित किए गए।


Content Editor

Kailash Singh

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