ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचें: KYC अपडेट के नाम पर हो रही ठगी से सावधान
Tuesday, Jul 15, 2025-07:39 PM (IST)

ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचें: KYC अपडेट के नाम पर हो रही ठगी से सावधान
जयपुर, 15 जुलाई – साइबर अपराधी लगातार नए तरीके अपनाकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। इसी क्रम में, राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम शाखा ने आमजन को KYC (नो योर कस्टमर) विवरण अपडेट करने के नाम पर होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी से सतर्क रहने की सलाह दी है।
कैसे फंसाते हैं ठग जाल में
एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि साइबर अपराधी खुद को बैंक अधिकारी बताकर लोगों को फर्जी एसएमएस, ईमेल या कॉल करते हैं। वे पीड़ितों को डराते हैं कि अगर उन्होंने अपना KYC अपडेट नहीं कराया तो उनका बैंक खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा या सभी लेनदेन रोक दिए जाएंगे।
जब लोग घबराकर KYC अपडेट करने का तरीका पूछते हैं, तो ये अपराधी उन्हें एक संदिग्ध मैलवेयर APK फाइल डाउनलोड करने या अपना OTP शेयर करने के लिए कहते हैं। इन निर्देशों का पालन करते ही आपकी सभी व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी अपराधियों के हाथ लग जाती है, और आप ठगी का शिकार हो जाते हैं।
याद रखें कि कोई भी बैंक या वित्तीय संस्था कभी भी फोन कॉल या इस तरह के अन्य माध्यमों से आपकी गोपनीय जानकारी नहीं मांगती है।
साइबर ठगी से बचने के लिए क्या करें: पुलिस के सुरक्षा मंत्र
राजस्थान पुलिस ने इस नई धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय बताए हैं:
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KYC प्रक्रिया हमेशा अपनी बैंक शाखा में जाकर ही पूरी करें। किसी भी अज्ञात स्रोत से मिली फाइलें डाउनलोड न करें।
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ईमेल या व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया ऐप्स पर भेजे गए अनाधिकृत लिंक पर कभी भी क्लिक न करें, खासकर ऐप्स डाउनलोड करने के लिए।
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किसी भी संदिग्ध या धोखाधड़ी वाले संचार की जानकारी चक्षु पोर्टल (https://sancharsaathi.gov.in/sfc/) पर दें।
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अपनी गोपनीय जानकारी, जैसे बैंक खाता संख्या, कार्ड नंबर, CVV, पिन, OTP या इंटरनेट बैंकिंग विवरण, किसी के साथ साझा न करें।
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अगर आप किसी ऐसी धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930, साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल ([संदिग्ध लिंक हटा दिया गया]) या अपने निकटतम पुलिस स्टेशन/साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
एसपी सिंह ने बताया कि साइबर अपराध से बचने का सबसे अच्छा तरीका है सतर्क और जागरूक रहना। अपनी वित्तीय जानकारी सुरक्षित रखें।
क्या आप ऐसी किसी धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं या आपने किसी को इसके बारे में सुना है? जागरूकता फैलाने में मदद करें।