भरत सिंह जैसे आदमी को राजस्थान क मुख्यमंत्री होने चाहिए – नवीन पालीवाल

3/31/2023 4:10:23 PM

आम आदमी पार्टी में राजस्थान इकाई के नव नियुक्त अध्यक्ष नवीन पालीवाल, देश-प्रदेश की राजनीति में नया नाम है । कोटा में अपने कारोबार में व्यस्त रहे नवीन पालीवाल ने अन्ना आंदोलन के वक्त कार्यकर्ता के रूप में जिम्मेदारी संभाली और अचानक अरविन्द केजरीवाल ने उन्हें देश के सबसे बड़े भौगोलिक प्रदेश की जिम्मेदारी सौंप दी। धुर राजनीतिज्ञों की राजनीति के बीच, राजस्थान की राजनीति में किस रणनीति से आम आदमी पार्टी उतरने वाली है। पंजाब केसरी डिजिटल टीम के न्यूज़ रूम कार्यक्रम चौपाल में बतौर गेस्ट आए नवीन पालीवाल से बेबाक सवाल-जवाब हुए। पढ़िए पूरा इंटरव्यू विस्तार से...

-  विशाल सूर्यकांत

सवाल - आप आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष बने हैं, आपका जनाधार क्या है ? क्योंकि जनता के लिए ये नाम नया है ...

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने मुझ जैसे जमीनी कार्यकर्ता को चुना है । राजस्थान के सारे कार्यकर्ताओं को संदेश हैं कि ये सिर्फ आम आदमी पार्टी में ही संभव है । अन्य राजनीतिक दलों में लोगों की जूतियां घिस जाती हैं मगर पद नहीं मिलते। ये प्रदेश में संदेश है कि आम आदमी पार्टी, आम आदमी को साथ लेकर तन-मन-धन से कार्यकर्ता जुड़ जाते हैं। मेरा कोई पुराना राजनीतिक अनुभव नहीं है और न ही मैंनें कभी सोचा था। लेकिन हां, मेरे मन में आम लोगों की परेशानियों को लेकर व्यथाएं जरूर थी। आंदोलन के समय अरविन्द केजरीवाल से जुड़ा रहा। मैं खुशकिस्मत हूं कि उन्होनें मुझे चुना। दिल्ली में हर आंदोलन में,हर चुनाव में वहां जाता रहा हूं। बनारस,पंजाब,गुजरात के चुनावों में कोटा की टीम ने काम किया। 

सवाल – राजस्थान के लिए आपके पास क्या एक्शन प्लान है ? 
-    नवीन पालीवाल - आम आदमी की मूल समस्याओं पर केन्द्रीत करेंगे। राजस्थान की जनता रोटी,कपड़ा,मकान की ही जद्दोजहद में लगी हैं । जनता के पास अभी तक कोई विकल्प नहीं मिला है। राजस्थान के युवाओं को रोजगार नहीं, पेपर लीक हो रहे हैं । हमारे कोटा में सोसाइड कर रहे हैं। ये समस्या थमनी चाहिए। हम ये करके दिखाएंगे 

सवाल – नहीं ऐसा तो नहीं है कि विकल्प नहीं हैं लेकिन वो विकल्प प्रभावी नहीं रहे हैं, आप कैसे अलग होंगे 
-    नवीन पालीवाल -आम आदमी पार्टी अब नई पार्टी नहीं है। हम लोगों ने 2013-14 में पूरे राजस्थान में यात्रा निकाली । आम आदमी पार्टी के प्रति लगाव है। हम लोग जितने विकल्प के रूप में उनके बीच जाएंगे और इस बार विश्वास है कि राजस्थान की जनता आम आदमी पार्टी को इसी रूप में प्यार देगी, जैसे दिल्ली,पंजाब और गुजरात में दिया है । 

सवाल - राजस्थान में जातिवादी राजनीति की प्रबलता है । इसका क्या तोड़ है आपके पास ? 
-    नवीन पालीवाल - हमारे अरविन्द केजरीवाल ही ऐसे व्यक्ति हैं जो काम की राजनीति कर रहे हैं, इसी को हम राजस्थान में आगे रखेंगे । हम काम करें तो हमें वोट देना, ये कहने वाले अरविन्द केजरीवाल अकेले नेता हैं। हमारी पार्टी में जाति की राजनीति नहीं, काम की राजनीति है। गहलोत सरकार से पूछिए कितने जनता क्लिनिक खोल दिए, दिल्ली मे जाकर देखिए। दिल्ली में हमनें एक मॉडल बनाया है । 

सवाल – आपकी वैचारिक और राजनीतिक प्रतिद्वंदी कौनसी पार्टी है राजस्थान में 
-    नवीन पालीवाल - हमारी प्रतिद्वंद्धिता किसी से नहीं है क्योकि दोनों ही पार्टी सत्ता की मलाई खाने में लगी हैं। ऐसे में हम तो जनता को कहेंगे कि हमें काम करने का मौका है। हम प्रतिद्वंदिता नहीं, विकल्प की राजनीति कर रहे हैं। हमारी ताकत यह है कि हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं, जो कुछ होगा, हासिल ही होगा । 

सवाल – राजस्थान में पार्टी ने प्रयोगधर्मिता ज्यादा अपनाई है, आपको नहीं लगता बहुत जल्दी चेहरे बदलते हैं आप, क्या कहेंगे ? 

-    नवीन पालीवाल - पद आते जाते रहते हैं. राजनीति में विचारधारा पर सब्र की जरूरत होती है। राजस्थान में जो चेहरे जुड़े थे, वो विचारधारा की धैर्य नहीं रख पाए । 
  
सवाल – अगले चुनाव में किसी को समर्थन देना होगा तो क्या करेंगे ? 
-    नवीन पालीवाल - हम तो इस बारे में सोचते ही नहीं है। हम तो सिर्फ कामों पर ही भरोसा करते हैं। काम की राजनीति करने वाले को कोई परवाह नहीं । हम तो समर्थन नहीं, सरकार बनाने की कोशिश करते हैं और राजस्थान में भी यही करेंगे, चौंकाने वाले परिणाम होंगे। 

सवाल – आप आदमी पार्टी चेहरे पर चुनाव लड़ती है, आप कह रहे हैं आप चेहरा नहीं हैं...
-    नवीन पालीवाल - मैं कोई चेहरा नहीं हूं, मुझे संगठन की जिम्मेदारी दी है। गांव-गांव जाउँगा. आम आदमी पार्टी में चेहरा, जनता चुनती है। 

सवाल – ऑर्गेनिक नेतृत्व चुनेंगे या फिर आयातित नेता भी चलेंगे पार्टी में ? 
-    नवीन पालीवाल - अच्छे लोगों के लिए आम आदमी पार्टी का विकल्प बनेगी। हर पार्टी में अच्छे लोग हैं। मैंनें कोटा में सांगोद विधानसभा विधायक भरत सिंह जैसे नेता चाहिए । मेरी राय में तो भरतसिंह जैसा व्यक्ति मुख्यमंत्री पद के दावेदार होंगे । ईमानदार नेताओं का अन्य पार्टियों में दम घुट रहा है, ऐसे नेताओं को लाकर हम काम की राजनीति करेंगे। हमारे पास कई बड़े नेता, सामाजिक संगठन प्रतिनिधियों के लोगों के फोन आ रहे हैं । 

सवाल – क्या राजस्थान में काम कर रही राजनीतिक पार्टियों से क्या चुनाव पूर्व गठबंधन के बारे में सोच रहे हैं 
-    नवीन पालीवाल - नहीं, हम किसी के साथ गठबंधन नहीं कर रहे, हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। इसमें कोई इफ-एंड-बट नहीं है। अपने दम पर चुनाव लड़ना हमारी योजना हैं, हमारी मंशा है और हमारा इरादा है ।

Afjal Khan

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