सिरोही के पिण्डवाड़ा में सबसे ज्यादा 105 एमएम, नदी-नाले उफान पर
Sunday, Sep 07, 2025-01:05 PM (IST)

सिरोही। जिले में शनिवार अलसुबह से ही आसमान से बरसते पानी ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कहीं झमाझम तो कहीं रिमझिम बारिश से हालात बिगड़ गए। सड़कों पर नदियां बहने लगीं तो गांव-शहरों में पानी घरों तक घुस आया। सबसे ज्यादा असर पिण्डवाड़ा क्षेत्र में देखा गया, जहां 105 एमएम बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया।
सड़कों पर दरिया, दफ्तरों में घुसा पानी
पिण्डवाड़ा में नदी-नालों का पानी रिहायशी इलाकों और सरकारी भवनों तक जा पहुंचा। तहसील कार्यालय में पानी घुस गया तो स्वरूपगंज थाना क्षेत्र के पास सड़कें दरिया जैसी बहने लगीं। कई जगह लोग घरों से बाहर ही नहीं निकल पाए।
बांधों पर डेढ़ से दो फीट चादर
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जिले के अधिकांश बांध ओवरफ्लो हो गए। आबूरोड़ क्षेत्र का बत्तीसा बांध ओवर फ्लो हो गया है। सिंचाई विभाग के अनुसार बांधों पर डेढ़ से दो फीट की चादर चल रही है, जिससे आसपास के गांवों में खतरा बढ़ गया है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने बताया कि बारिश कि शाम पांच बजे तक सबसे ज्यादा सिरोही जिले व पिण्डवाड़ा क्षेत्र में बारिश हुई और सबसे कम रेवदर में
आबूरोड़ – 17 मि.मी.
माउंट आबू – 40 मि.मी.
रेवदर – 3 मि.मी.
सिरोही – 30.8 मि.मी.
पिण्डवाड़ा – 105 मि.मी. (सबसे अधिक)
शिवगंज – 71 मि.मी.
देलदर – 62 मि.मी.
कॉलोनियों पर संकट, खतरे में जिंदगी
पिण्डवाड़ा में सुकड़ी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नदी से सटी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के लोगों की नींद उड़ गई है। सुरक्षा दीवार नहीं होने से कॉलोनी वासियों की जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है। कई बार गुहार लगाने के बावजूद सुरक्षा दीवार का निर्माण नहीं हुआ। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर नदी से सटी कॉलोनियों को खाली कराने की तैयारी शुरू कर दी है।
प्रशासन सतर्क, जनता से अपील
जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर आमजन से अपील की है कि वे उफान पर चल रही नदियों-नालों को पार करने का जोखिम न लें। पिण्डवाड़ा उपखंड अधिकारी मनसुख डामोर ने हालात का जायजा लेते हुए लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी।
विधायक ने दिए सख्त निर्देश
बारिश की गंभीरता को देखते हुए आबू-पिण्डवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने प्रशासन को अलर्ट रहने और राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से बातचीत कर नदियों-नालों की लगातार निगरानी रखने, कर्मियों की तैनाती करने और किसी भी लापरवाही से बचने की सख्त हिदायत दी। गरासिया ने कहा कि बारिश में फंसे लोगों तक तुरंत राहत और सहायता पहुँचाई जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति संकट में न पड़े।
जनजीवन पर असर
भारी बारिश से जिले की कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं और यातायात ठप हो गया। खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीण इलाकों में बिजली व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। लोग परेशान हैं, वहीं प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।