SMS Hospital | SMS हॉस्पिटल में फिर मौत का इंजेक्शन ! गर्भवती को चढ़ाया गलत खून |
Saturday, May 24, 2025-04:23 PM (IST)

जयपुर: सवाई मानसिंह अस्पताल में फिर गलत खून चढ़ाने का मामला, गर्भवती महिला की मौत
जयपुर के सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही सामने आई है। टोंक के निवाई की रहने वाली 23 वर्षीय गर्भवती महिला की मौत, कथित रूप से गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ाने से हो गई। परिजनों का आरोप है कि महिला का ब्लड ग्रुप B+ था, लेकिन अस्पताल में उसे A+ ब्लड चढ़ा दिया गया।
क्या था मामला
महिला को 12 मई को एसएमएस अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती किया गया था। वह टीबी और प्रेग्नेंसी से जुड़ी जटिलताओं से जूझ रही थी। डॉक्टरों के अनुसार महिला को शुरू से ही ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया और हालत बिगड़ने पर उसे बायपेप और बाद में 15 मई को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया।
महिला पांच माह की गर्भवती थी और गर्भस्थ शिशु की हार्टबीट नहीं आ रही थी। इस स्थिति को देखते हुए 19 मई को वेंटिलेटर पर रहते हुए ही महिला की डिलीवरी करवाई गई। डिलीवरी के बाद महिला का हीमोग्लोबिन काफी गिर गया और उसे तुरंत खून चढ़ाने की जरूरत पड़ी।
गलत खून चढ़ाने का आरोप
सूत्रों के अनुसार, डॉक्टरों द्वारा परिजनों को दी गई खून की पर्ची में मरीज का नाम और हॉस्पिटल आईडी तो था, लेकिन ब्लड ग्रुप का उल्लेख नहीं था। ब्लड बैंक से बिना ग्रुप कन्फर्म किए ही A+ ब्लड जारी कर दिया गया। खून चढ़ते ही महिला की हालत बिगड़ने लगी और शरीर में कंपन शुरू हो गया। खून चढ़ाना तुरंत रोक दिया गया और जब सैंपल की जांच हुई तो रिपोर्ट में महिला का ब्लड ग्रुप B+ निकला।
अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रिया
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक माहेश्वरी ने कहा कि महिला की हालत पहले से ही बहुत नाजुक थी। जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि गलत खून चढ़ाया गया या नहीं और यदि हां, तो गलती किस स्तर पर हुई।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
यह पहला मौका नहीं है जब एसएमएस अस्पताल में गलत ब्लड चढ़ाने की घटना हुई हो:
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22 फरवरी 2024: दौसा निवासी 25 वर्षीय सचिन को O पॉजिटिव की जगह AB पॉजिटिव ब्लड व प्लाज्मा चढ़ा दिया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में डॉक्टर एसके गोयल सहित तीन मेडिकल स्टाफ को एपीओ और एक नर्सिंग ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया गया था।
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5 दिसंबर 2024: भरतपुर निवासी 10 वर्षीय मुस्तफा को किडनी की बीमारी के चलते भर्ती किया गया था। उसे O पॉजिटिव की जगह AB पॉजिटिव ब्लड चढ़ा दिया गया। हालांकि समय रहते गलती पकड़ में आ गई और दो दिन बाद सही ब्लड चढ़ने से मुस्तफा की जान बच गई।
एसएमएस अस्पताल में बार-बार गलत खून चढ़ाने की घटनाएं अस्पताल की ब्लड बैंक प्रणाली और इलाज व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। अब इस नए मामले की जांच के बाद ही यह तय हो सकेगा कि लापरवाही किस स्तर पर हुई और कौन जिम्मेदार है।