केंद्रीय मंत्री डॉ.वीरेंद्र कुमार रहे एक दिवसीय माउंट आबू दौरे पर, चिकित्सा में योग व अध्यात्म का विशेष महत्व है- डॉ. वीरेंद्र कुमार

Saturday, Aug 31, 2024-02:05 PM (IST)

सिरोही, 31 अगस्त 2024 । सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार एक दिवसीय दौरे पर माउंट आबू पहुंचे । जहां उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्थान के ज्ञान सरोवर में आयोजित माइंड बॉडी मेडिसिन सम्मेलन में शिरकत की । बताया जा रहा है कि इस सम्मेलन में देशभर से करीब 500 चिकित्सक हिस्सा ले रहे हैं । इस सम्मेलन में चिकित्सा में योग के महत्व को लेकर चर्चा की जा रही है । शनिवार को इस सम्मेलन का केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने उद्घाटन किया । 

चिकित्सा में योग व अध्यात्म का विशेष महत्व- डॉ. वीरेंद्र कुमार
इस दौरान सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि चिकित्सा में योग व अध्यात्म का विशेष महत्व है । अगर चिकित्सा एवं योग अध्यात्म सभी आपस में मिल जाए तो प्रत्येक बीमारी का समाधान संभव है। सम्मेलन में ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्य कार्यकारी सचिव  मृत्युंजय भाई व बीके शिवानी सहित बड़ी संख्या में ब्रह्माकुमारी संस्था के पदाधिकारी, अनुयायी व चिकित्सक  मौजूद रहे।

3 करोड़ 42 लाख युवाओं ने जुड़कर नशा मुक्त अभियान को बनाया सफल- डॉ. कुमार   
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने नशामुक्ति अभियान को लेकर कहा कि वर्ष 2023 में ब्रह्मकुमारी संस्थान के साथ केंद्र सरकार का एमओयू हुआ और हाल ही में 12 अगस्त को पूरे देश में नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत हमारे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी और देश के सामाजिक और आध्यात्मिक संगठनों के साथ मिलकर देशभर में कार्यक्रमों का आयोजन किया । इसमें ब्रह्मकुमारी संस्थान की शाखाएं जितनी भी देशभर में है, उसमें बढ़ चढ़कर संस्थान का योगदान जुड़ा । और 3 करोड़ 42 लाख युवाओं और विद्यार्थियों ने नशा मुक्त भारत अभियान के साथ जुड़कर सफल किया । 

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नशे की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रयासों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा 
नशे की रोकथाम को लेकर किए जा रहे प्रयास से संबंधित पूछे सवाल पर डॉ. वीरेंद्र कुमार ने कहा कि नशे की रोकथाम के लिए जहां भारत सरकार के सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता मंत्रालय ने पीएम मोदी के नेतृ्त्व में नशा मुक्त भारत अभियान की शुरुआत की । जागरुकता के कार्यक्रमों के साथ-साथ पुर्नवास केंद्र जो नशे की गिरफ्त में आए लोगों को पुनर्वास करने फिर से मुख्य धारा में लाना । हमारे युवाओं के साथ-साथ स्कूलों में भी नशे के कारोबारी अपने पैर पसार रहे हैं । तो स्कूलों में नव चेतना को विकसित करने का काम, ताकि प्रारंभ में अगर बच्चे में नशे के लक्षण पाए जा रहे हैं तो उस बच्चे के अभिभावकों को बुलाना, शिक्षक और छात्रों के ग्रुप बनाए गए हैं । 


Content Editor

Chandra Prakash

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