हर गली में गूंजने वाला ''''स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमनें और गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल'''' इन गीतों ने बनाया ''कोटड़ी'' को जिले का सबसे स्वच्छ गांव
Wednesday, Oct 02, 2024-02:21 PM (IST)
झालावाड़, 2 अक्टूबर 2024 । ''स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने....गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल'' हर दरवाजे से कचरा जमा करने के लिए दिन-रात चलने वाले ट्रैक्टर पर बजते इन दो खास गीतों ने स्वच्छता का संदेश देने में शहरों के बाद गांव-गांव में बेहद असरदार साबित हो रहा है । इसी कड़ी में झालावाड़ जिले की सबसे बड़ी पंचायत समिति सुनेल की ग्राम पंचायत कोटड़ी गांव ग्रामीण क्षेत्र सबसे साफ गांव बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
भारत सरकार द्वारा स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान स्वभाव स्वच्छता
संस्कार स्वच्छता की थीम पर 02 अक्टूबर 2024 को स्वच्छ भारत दिवस मनाया जा रहा है। जिसमें ग्राम पंचायत स्तर से स्वच्छता के क्षेत्र मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले हरिराम गोचर सरपंच ग्राम पंचायत कोटड़ी को जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा । इस सफलता पर पहुंचे कोटड़ी को साफ रखने के लिए ये ट्रैक्टर सड़कों और गली-मोहल्लों में लगातार फेरे लगाती रहती हैं। इन गाड़ियों में सूखा और गीला कचरा अलग-अलग जगह जमा किया जाता है। धीमी चाल से चलती इन ट्रैक्टर पर लगे लाउड स्पीकरों में कैलाश खेर का गाया स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमने और शान की आवाज में हल्ला..होहल्ला...कोटड़ी को स्वच्छ बनाना है, अब हमने ये ठाना है बजता रहता है। दूसरा श्याम बैरागी का गीत गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल...ये ट्रैक्टर दिनभर में इतने फेरे लगाती हैं कि डेढ़ वर्ष का मयूर गोचर तोतली आवाज में, हनि पाटीदार, विहान, योगीता, शौर्य, ख़ुशी, कनिष्का समेत कई बच्चों से लेकर बड़ों तक को दोनों सफाई गानों के बोल रट गये हैं।
दरअसल, 3 हजार की अनुमानित आबादी वाले गांव में इन गीतों का बजना लोगों को संदेश देता है कि कचरा जमा करने वाला ट्रैक्टर उनके घर, दुकान या प्रतिष्ठान के दरवाजे तक आ पहुंचा है। कोटड़ी की रहवासी श्यामा गोचर, लीला बाई गोचर, अंजना गोचर,पायल बैरागी, सीमा बाई,सीता, दुर्गा बाई समेत कई महिलाए ने पंजाब केसरी को बताया कि सफाई वाहन के आने से पहले ही हम घर का कचरा जमा कर एक थैली में डाल देते हैं। जैसे ही इस गाड़ी पर बजने वाला गीत हल्ला..होहल्ला... , गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल... हमारे कानों में पड़ता है, हम कचरे की थैली लेकर बाहर निकलते हैं और इसे गाड़ी में डाल देते हैं। इन गाडि़यों के चलते हमारे लिये कचरे का निपटारा काफी आसान हो गया है।
वहीं गृहिणी श्यामा गोचर ने मुस्कुराते हुए कहा, डेढ़ वर्ष का मयूर गोचर स्वच्छ भारत का इरादा कर लिया हमनें'..., गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल... सफाई गाने के कुछ बोल मेरे डेढ़ वर्ष का मयूर गोचर जिन्हें वह अपनी तुतली जुबान में दोहराता रहता है। जैसे ही उसके कानों पर इन गीत की आवाज आती तो कचरें से भरी हुई छोटी बाल्टी लेकर घर से बाहर निकल जाता है।
आपको बता दें कि ग्राम कोटड़ी में पिछले लगभग 8 वर्षों से सरपंच हरिराम गोचर गांव को स्वच्छ बनाने के लिए अपनी सेवाए दे रहें है । इसी क्रम में उन्होंने गांव में कचरा उठाने के लिए
अपना ट्रैक्टर लगा रखा । अगर ड्राइवर छुट्टी पर रहता है तो गोचर खुद कचरा गाड़ी चलाकर गांव से कचरा इकट्ठा करके प्रतिदिन की तरह एक निश्चित स्थान पर कचरा डालते हैं । उन्होंने बताया है कि इन गीतों के बोल ने एवं ग्राम विकास अधिकारी जयेश जैन,कनिष्ठ लिपिक माया व्यास, रोजगार सहायक बद्री शर्मा,उप सरपंच श्ररवणसिह, एवं सभी वार्ड पंच, ग्रामीण, छात्र छात्राएं, महिलाए सभी की जनसहभागिता का परिणाम है ।