देश की आज़ादी के बाद से 70 साल बाद हुआ गांव में पहला सत्संग
Wednesday, Feb 05, 2025-12:29 PM (IST)
हनुमानगढ़ । जिला मुख्यालय के पास स्थित गांव जोड़कियां में परम गुरु महाराज ने गीता पर प्रवचन दिए। उन्होंने कर्म को सबसे बड़ा धर्म बताया। परम गुरु ने कहा कि योगेश्वर श्रीकृष्ण ने हम सबको श्रीमद् भगवत गीता का रहस्य बताया। इसको सुनने और जीवन में आत्मसात करने से न सिर्फ इहलोक बल्कि परलोक भी सुधारा जा सकता है। जीवन क्षणभंगुर है, इसे महसूस करने की जरूरत है। परम् गुरु महाराज ने कहा कि गांव में 70 साल बाद परम धाम का सत्संग हुआ। यानी देश की आज़ादी के बाद से अब तक ये पहला सत्संग गांव जोड़कियां में हुआ है। यह गांव के लोगों ने ही बताया है। यह अपने आपमें बड़ी बात है। परम गुरु ने ग्रामीणों की सराहना करते हुए कहा कि करीब 10 हजार संगत के लिए व्यवस्था करना साधारण बात नहीं है। इसके लिए ग्रामीणों ने करीब 15 दिन से तैयारियां कीं। उन्होंने परम प्रसादम कार्यक्रम के बारे में बताया कि हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले सहित राजस्थान भर में जरूरतमंदों को प्रभु के प्रसाद स्वरूप भोजन करवाया जाता है। उन्होंने सत्संग जारी रखने का भरोसा दिलाया। महाकुंभ में संतों का सम्मेलन होता है। वहां पर सोशल मीडिया के लोग अपना फॉलोवर बढ़ाने जा रहे हैं। यह अनुचित है। इससे अव्यवस्था फैलती है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि महाकुंभ संतों का समागम है, वहां जाकर व्यवस्था खराब न करें। उन्होंने ध्यान का महत्व समझाते हुए कहा कि शून्य में जाकर परमात्मा से तारतम्य स्थापित करना ही ध्यान है। हम यही बताते हैं। विचारों का खेल है। उन्होंने शून्य को ही सत्य बताते हुए उसी को सच्चिदानंद बताया। परम गुरु ने गांव की गोशाला का अवलोकन किया और वहां की व्यवस्थाओं की सराहना की। इस मौके पर ज्योति भैरवा, विशु यादव, आरोही खुराना, अंकिता बिश्नोई, सानिया मीना, पूनम सहारण, सुनील कुमावत, मानविंद्र राजपूत, आफताब बागरवा, जीतू हाड़ौती, राजवीर बंजारा, अनिल योगी और सुनील चारण आदि मौजूद थे।