बाड़मेर में डॉक्टर के साथ एसडीएम की अभद्रता !

Saturday, Feb 08, 2025-01:05 PM (IST)

बाड़मेर में डॉक्टर के साथ एसडीएम की अभद्रता: विरोध जारी

राजस्थान के बाड़मेर में डॉक्टर के साथ एसडीएम की अभद्रता का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। यह मुद्दा हाल ही में विधानसभा में भी उठा था, जहां चोमू से विधायक डॉ. शिखा मील ने सदन में इसे लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बाड़मेर में एसडीएम द्वारा एक डॉक्टर के साथ की गई बदसलूकी निंदनीय है और किसी भी अधिकारी को सरकारी कार्मिकों के साथ इस प्रकार का व्यवहार करने का कोई अधिकार नहीं है।

डॉक्टरों का विरोध और कार्य बहिष्कार

इस घटना के विरोध में पिछले दिनों डॉक्टरों ने दो घंटे तक कार्य बहिष्कार किया और दोषी अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की। शुक्रवार को यह मामला और अधिक गर्मा गया, जब जिले के सभी चिकित्सकों ने एकजुट होकर बाड़मेर मुख्यालय पर कैंडल मार्च निकाला।

एसडीएम के खिलाफ शांतिपूर्ण कैंडल मार्च

राजकीय चिकित्सालय के एमसीएच भवन से चिकित्सकों ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर शांतिपूर्वक पैदल मार्च किया। यह मार्च भगवान महावीर टाऊन हॉल से होते हुए किसान छात्रावास, रेलवे स्टेशन रोड, अहिंसा सर्किल, विवेकानंद सर्किल, डाक बंगला, कलेक्टर कार्यालय और जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय से होते हुए विवेकानंद सर्किल पर समाप्त हुआ।

इस दौरान चिकित्सकों ने कैंडल मार्च के माध्यम से एसडीएम के खिलाफ अपना विरोध प्रकट किया। उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां और बैनर लिए हुए थे, जिन पर एसडीएम द्वारा डॉक्टर पर की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में नारे लिखे थे। सभी चिकित्सक इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर एकजुट नजर आए।

क्या है पूरा मामला?

बाड़मेर में सेड़वा उपखंड अधिकारी बद्रीनारायण बिश्नोई का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वे सेड़वा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के निरीक्षण के दौरान एक डॉक्टर के साथ अभद्रता करते नजर आए। वीडियो में एसडीएम डॉक्टर को डांटते और धमकाते दिखे।

इस दौरान उन्होंने ओपीडी में मरीज देख रहे डॉक्टर रामस्वरूप रावत को तुरंत बुलाया और कहा, "इस महिला का तुरंत इलाज करो।" डॉक्टर ने जवाब दिया कि "मैंने इसे अभी देखा है," जिस पर एसडीएम भड़क गए और बोले, "इधर आ, क्या नाम है तुम्हारा? अभी एक मिनट के अंदर पुलिस के हवाले कर दूंगा।"

डॉक्टरों की मांग

इस घटना को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि सरकारी कार्मिकों के साथ इस तरह का व्यवहार पूरी तरह से अनुचित है और इससे चिकित्सा समुदाय में रोष व्याप्त है। चिकित्सकों ने एसडीएम के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आगे और बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।


Content Editor

Liza Chandel

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