सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत किया पौधारोपण, बोले- देश सेवा रण क्षेत्र जाकर ही नहीं होती
Sunday, Sep 15, 2024-03:15 PM (IST)
अलवर, 15 सितंबर 2024 । RSS के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने तीसरे दिन अलवर के इंदिरा गांधी स्टेडियम में स्वयंसेवकों को उद्बोधन देते हुए कहा कि हम सबको परिवार के सदस्यों के बीच बैठक वार्तालाप करते रहना चाहिए। ताकि सबके मन की बात पता रहे। अपने गांव, ढाणी के गरीब परिवारों को आगे बढ़ाने की सोच रखनी चाहिए। गरीब के घर भी जाना चाहिए। गरीब को भी अपने घर बुलाना चाहिए। समाज में समरसता का माहौल रहना चाहिए। हर तबके को साथ लेकर चलना चाहिए।
पिछड़ेपन को दूर करने के लिए काम करने की जरूरत है- डॉ. भागवत
भागवत ने कहा कि पिछड़ेपन को दूर करने के लिए काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश सेवा रण क्षेत्र में जाकर ही नहीं होती है। बल्कि अपनी कॉलोनी में सफाई करके भी देश सेवा कर सकते हैं। समाज को उन्नतशील बनाएं, चरित्र व शिक्षा को बेहतर बनाए। यह सब देश सेवा है। यहां स्टेडियम में करीब 5 हजार से अधिक स्वयंसेवक पहुंचे। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव व वन मंत्री संजय शर्मा के साथ डॉ. मोहन भागवत ने मातृ वन में 11 पौधे लगाए गए । यहां परंपरागत पौधे लगाए गए। भूरासिद्ध क्षेत्र में वन क्षेत्र के रूप में विकसित करने में लगे हैं। डॉ. भागवत ने पौधरोपण कर इस विषय पर खुशी जाहिर की। अलवर में जन भागीदारी के साथ सघन वन क्षेत्र विकसित करने में लगे है।
हमने प्रकृति से खूब लिया, अब प्रकृति को भी संवारने की जरूरत- संजय शर्मा
राज्य सरकार में वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि 4 अगस्त को मातृ वन की शुरूआत की गई। तब 8 हजार पौधे लगाए गए थे। आजन सरसंघ संचालक सहित अन्य पदाधिकारियों ने 11 पौधे लगाए गए हैं। डॉ. भागवत ने कहा कि ये लगाए गए पौधे वृक्ष बनें। इसकी सबको चिंता करने की जरूरत है। आने वाली पीढ़ी को यह एक विशेष सौगात होगी। हमनें प्रकृति से खूब लिया है। अब प्रकृति को भी संवारने की जरूरत है। पौधारोपण करने के लिए केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव सहित राज्य मंत्री संजय शर्मा वह घनश्याम गुर्जर महापौर नगर निगम पहुंचे।
भूरासिद्ध क्षेत्र को वन क्षेत्र के रूप में विकसित करने में लगे हैं- भूपेंद्र यादव
वही केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि डॉ. मोहन भागवत ने मातृवन में 11 पौधे लगाए गए। यहां परंपरागत पौधे लगाए गए। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि भूरासिद्ध क्षेत्र को वन क्षेत्र के रूप में विकसित करने में लगे हैं। डॉ भागवत ने पौधरोपण करने के विषय पर खुशी जाहिर की। अलवर में जन भागीदारी के साथ सघन वन क्षेत्र विकसित करने में लगे है।