रेलवे स्टेशन का नाम बदलने को लेकर चल रहा राईका समाज का आंदोलन खत्म
Wednesday, Aug 21, 2024-06:17 PM (IST)
जोधपुर, 21 अगस्त 2024 । राईका समाज एक और आंदोलन की तैयारी में जुट गया है । अभी कुछ दिन पहले ही राई का बाग रेलवे स्टेशन के नाम को लेकर राईका समाज का आंदोलन खत्म हुआ । तो एक बार फिर राईका समाज सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहा है । इस बार राईका समाज सड़कों पर उतरेगा अपनी राईका समाज की बालिकाओं के लिए, जी हां राईका समाज के अध्यक्ष लाल सिंह राईका ने ऐलान किया है कि एक सितंबर को पाली में पशुपालक अधिकार सम्मेलन कर रहा है । यह हमारे दूसरे आंदोलन की तैयारी है ।
उन्होंने कहा कि पशुपालकों के बारे में आज तक किसी भी सरकार ने नहीं सोचा । खास करके जो माइग्रेन जो हमारे पशुपालक है, उनके बच्चों के लिए उनकी पिटाई होती है । मुआवजा नहीं मिलता है । राशन नहीं मिलता है । उनका पैसा नहीं मिलता है । यह सारी समस्याओं का हम लोग एक डिमांड और चार्ट बनाएंगे । उसके बाद दूसरे आंदोलन की तैयारी करेंगे ।
वहीं राईका समाज के लाल सिंह राईका ने मीडिया जगत का आभार जताते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन को लेकर आंदोलन में मीडिया ने जबरदस्त सपोर्ट किया और हमारा राईका बाग आंदोलन सफल रहा । रेलवे ने आखिर में हमारे संघर्ष के दम पर मान लिया है कि क्लेरिकल मिस्टेक हुई है, यहां तक कि रेलवे मिनिस्टर ने माना कि क्लेरिकल मिस्टेक हुई है । क्योंकि हमारे समाज ने एक तारीख को जबरदस्त आंदोलन किया, जिसके आप सब लोग उसमें प्रत्यक्ष रूप से गवाह है। उस आन्दोलन में करीब एक लाख लोग शामिल हुए । उसके बाद हमने 4 तारीख को महापंचायत की और रेल मंत्री का डीआरएम के सामने पुतला जलाया । ऐसे में सरकार को लग गया कि राईका समाज अब झुकने वाली नहीं है । राईका समाज अपना नाम लेकर रहेगा और जब यह सरकार को लगा तो सरकार ने दूसरे दिन 4 तारीख को हमने महापंचायत की और 5 तारीख को 12:30 बजे डेट आता है और उसमें रेल मंत्री ने माना कि क्लेरिकल मिस्टेक हुई और नाम बदला गया ।
उन्होंने कहा कि हम लोग आज सभा करके समाज का धन्यवाद देने के लिए यहा आए हैं। हमारे छोटे-मोटे नाम चेंज नहीं हुआ है उसके लिए हमारी टीम काम करती रहेगी । इस आंदोलन का आज हम समापन करते हैं । और हम ऐलान करते हैं कि राइका बाग रेलवे स्टेशन को लेकर जो हमारा आंदोलन चल रहा था वह आज धन्यवाद सभा के साथ ही समाप्त कर दिया गया है ।