स्व-निर्मित आचार संहिता का पालन कर जनहितकारी पत्रकारिता की मिसाल पेश करे मीडिया: मिश्र
Thursday, Mar 02, 2023-05:31 PM (IST)

जयपुर, दो मार्च (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र ने बृहस्पतिवार को आह्वान किया कि मीडिया स्व-निर्मित आचार संहिता के आधार पर पत्रकारिता के स्वस्थ मूल्यों का निर्वहन करते हुए जनहितकारी पत्रकारिता की मिसाल पेश करे।
राज्यपाल हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मीडिया को अपनी जिम्मेदारी का एहसास रखते हुए तथ्यपरक, विश्लेषण परक, ज्ञान पूर्ण और तटस्थ समाचार प्रकाशित-प्रसारित करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाचार प्रस्तुतिकरण में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि उनको लेकर भ्रम या उत्तेजना का वातावरण नहीं बने।
उन्होंने यह भी कहा कि मनोरंजन के नाम पर फूहड़ता और अनर्गल परोसने की प्रवृति से मीडिया को बचना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि पत्रकारिता ऐसा क्षेत्र है, जिसका जनता से सीधा सरोकार है। इसीलिए विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका के बाद पत्रकारिता को चौथा स्तम्भ माना गया है। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि वे पत्रकारिता की अपनी शिक्षा का उपयोग करते हुए जनता से जुड़े मुद्दों को प्रखरता से उठाएं और आम जन को लाभान्वित करने एवं राष्ट्र के उत्थान के लिए करें। उन्होंने कहा कि भावी पत्रकार सामाजिक सरोकारों से जितना अधिक जुड़ाव रखेंगे, उतना ही व्यावहारिक ज्ञान उन्हें मिलेगा।
राज्यपाल ने प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सात विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए और शीर्ष तीन स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को वरीयता प्रमाणपत्र प्रदान किए। समारोह में 79 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की उपाधियां प्रदान की गई।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
राज्यपाल हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मीडिया को अपनी जिम्मेदारी का एहसास रखते हुए तथ्यपरक, विश्लेषण परक, ज्ञान पूर्ण और तटस्थ समाचार प्रकाशित-प्रसारित करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि समाचार प्रस्तुतिकरण में इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि उनको लेकर भ्रम या उत्तेजना का वातावरण नहीं बने।
उन्होंने यह भी कहा कि मनोरंजन के नाम पर फूहड़ता और अनर्गल परोसने की प्रवृति से मीडिया को बचना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि पत्रकारिता ऐसा क्षेत्र है, जिसका जनता से सीधा सरोकार है। इसीलिए विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका के बाद पत्रकारिता को चौथा स्तम्भ माना गया है। उन्होंने डिग्री प्राप्त करने वाले युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि वे पत्रकारिता की अपनी शिक्षा का उपयोग करते हुए जनता से जुड़े मुद्दों को प्रखरता से उठाएं और आम जन को लाभान्वित करने एवं राष्ट्र के उत्थान के लिए करें। उन्होंने कहा कि भावी पत्रकार सामाजिक सरोकारों से जितना अधिक जुड़ाव रखेंगे, उतना ही व्यावहारिक ज्ञान उन्हें मिलेगा।
राज्यपाल ने प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सात विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए और शीर्ष तीन स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को वरीयता प्रमाणपत्र प्रदान किए। समारोह में 79 विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की उपाधियां प्रदान की गई।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।