लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों की किताब का जयपुर में विमोचन
Saturday, Feb 25, 2023-09:10 PM (IST)

जयपुर 25 फरवरी (भाषा) लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस टाइनी ढिल्लों की पुस्तक "कितने गाजी आए कितने गाजी गए" का विमोचन शनिवार को यहां हुआ।
राजस्थान पुलिस अकादमी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल ए एस भिंडर तथा पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने पुस्तक का विमोचन किया।
मिश्रा ने जनरल टाइनी के लेखन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी पुस्तक में देश के प्रति प्रेम व विभिन्न सुरक्षा बलों के मध्य आपसी समन्वय की महत्ता प्रतिपादित की गई है। उन्होंने कहा कि पुस्तक में पुलिस अधिकारियों द्वारा किये गए उल्लेखनीय कार्यों को भी रेखांकित किया गया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अस्मिता को संजोए रखने के लिए विभिन्न सुरक्षा बलों के मध्य सामंजस्य व एक दूसरे के प्रति समझ आवश्यक है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक युवाओं को सैन्य बलों व राष्ट्रीयता के प्रति प्रेरित करेगी।
लेफ्टिनेंट जनरल भिंडर ने ढिल्लों के साथ अपने अनुभव साझा किए व उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने बताया कि अपने एनडीए से सैन्य जीवन एवं विशेष रूप से कश्मीर में आतंकवादियों के विरुद्ध की गई कार्यवाहियों के परिप्रेक्ष्य में पुस्तक "कितने गाजी आए कितने गाजी गए" लिखी गई है। उन्होंने कहा कि पुस्तक लेखन का प्रारंभिक मुख्य उद्देश्य युवाओं को सैन्य जीवन के बारे में परिचय देना है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
राजस्थान पुलिस अकादमी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल ए एस भिंडर तथा पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने पुस्तक का विमोचन किया।
मिश्रा ने जनरल टाइनी के लेखन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी पुस्तक में देश के प्रति प्रेम व विभिन्न सुरक्षा बलों के मध्य आपसी समन्वय की महत्ता प्रतिपादित की गई है। उन्होंने कहा कि पुस्तक में पुलिस अधिकारियों द्वारा किये गए उल्लेखनीय कार्यों को भी रेखांकित किया गया है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अस्मिता को संजोए रखने के लिए विभिन्न सुरक्षा बलों के मध्य सामंजस्य व एक दूसरे के प्रति समझ आवश्यक है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह पुस्तक युवाओं को सैन्य बलों व राष्ट्रीयता के प्रति प्रेरित करेगी।
लेफ्टिनेंट जनरल भिंडर ने ढिल्लों के साथ अपने अनुभव साझा किए व उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने बताया कि अपने एनडीए से सैन्य जीवन एवं विशेष रूप से कश्मीर में आतंकवादियों के विरुद्ध की गई कार्यवाहियों के परिप्रेक्ष्य में पुस्तक "कितने गाजी आए कितने गाजी गए" लिखी गई है। उन्होंने कहा कि पुस्तक लेखन का प्रारंभिक मुख्य उद्देश्य युवाओं को सैन्य जीवन के बारे में परिचय देना है।
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