खनन माफिया के खिलाफ अभियान शुरू किया: गहलोत
7/26/2022 9:33:36 AM
जयपुर, 25 जुलाई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार ने उस खनन माफिया के खिलाफ अभियान शुरू किया है जो वैध खनन के समानांतर काम करता है। इसके साथ ही गहलोत ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर साधु आत्मदाह प्रकरण में राजनीति करने का आरोप लगाया।
गहलोत ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘हमारी सरकार द्वारा खनन माफिया के विरुद्ध अभियान शुरू किया गया है जो वैध खनन के समानांतर काम कर रहे हैं।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य के डीग और कामां में जहां खनन के विरुद्ध सन्तों ने आंदोलन चलाया वो अवैध नहीं वैध खनन है। यहां केन्द्र व राज्य सरकार की अनुमति द्वारा खनन पट्टे जारी किए गए जिसके आधार पर वैध तरीके से खनन कार्य हो रहा था।’’
उन्होंने कहा,‘‘ वहां 2004 से संतों द्वारा आदिबद्री एवं कनकाचल पर्वत पर धार्मिक भावनाओं के कारण आंदोलन किया जाता रहा है। पूर्व में चाहे कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की, संतों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इन वैध खदानों को शिफ्ट या बन्द किया जाता रहा है।’’ गहलोत के अनुसार,‘‘ हमारी सरकार द्वारा अवैध खनन के खिलाफ शुरू किए अभियान का इस आन्दोलन से कोई संबंध नहीं है। यह बड़ा दुखद है कि भाजपा एक संत की दुखद मृत्यु पर राजनीति कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डीग में जांच समिति भेज दी और इस वैध खनन को अवैध खनन बताकर जनता में भ्रम फैलाने का काम किया।
गहलोत ने कहा , ‘‘वहां हजारों परिवारों की आजीविका इस वैध खनन से जुड़ी थीं परन्तु धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए हमने वैध खनन को बन्द करने का फैसला किया।’’ उल्लेखनीय है कि भरतपुर के डीग में आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु विजय दास का शुक्रवार देर रात नई दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मामले की जांच के लिए समिति बनाई जिसने कल इलाके का दौरा किया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
गहलोत ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘हमारी सरकार द्वारा खनन माफिया के विरुद्ध अभियान शुरू किया गया है जो वैध खनन के समानांतर काम कर रहे हैं।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य के डीग और कामां में जहां खनन के विरुद्ध सन्तों ने आंदोलन चलाया वो अवैध नहीं वैध खनन है। यहां केन्द्र व राज्य सरकार की अनुमति द्वारा खनन पट्टे जारी किए गए जिसके आधार पर वैध तरीके से खनन कार्य हो रहा था।’’
उन्होंने कहा,‘‘ वहां 2004 से संतों द्वारा आदिबद्री एवं कनकाचल पर्वत पर धार्मिक भावनाओं के कारण आंदोलन किया जाता रहा है। पूर्व में चाहे कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की, संतों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इन वैध खदानों को शिफ्ट या बन्द किया जाता रहा है।’’ गहलोत के अनुसार,‘‘ हमारी सरकार द्वारा अवैध खनन के खिलाफ शुरू किए अभियान का इस आन्दोलन से कोई संबंध नहीं है। यह बड़ा दुखद है कि भाजपा एक संत की दुखद मृत्यु पर राजनीति कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने डीग में जांच समिति भेज दी और इस वैध खनन को अवैध खनन बताकर जनता में भ्रम फैलाने का काम किया।
गहलोत ने कहा , ‘‘वहां हजारों परिवारों की आजीविका इस वैध खनन से जुड़ी थीं परन्तु धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए हमने वैध खनन को बन्द करने का फैसला किया।’’ उल्लेखनीय है कि भरतपुर के डीग में आत्मदाह का प्रयास करने वाले साधु विजय दास का शुक्रवार देर रात नई दिल्ली के अस्पताल में निधन हो गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मामले की जांच के लिए समिति बनाई जिसने कल इलाके का दौरा किया।
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