जयपुर में दर्जी कन्हैयालाल को श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में लोग जुटे

7/03/2022 6:56:24 PM

जयपुर, तीन जुलाई (भाषा) उदयपुर में मंगलवार को दर्जी कन्हैयालाल की बर्बर हत्या के विरोध में राजधानी जयपुर में रविवार को सर्व हिन्दू समाज की ओर से ‘मौन रैली’ निकाली गई, इसके बाद स्टेच्यू सर्किल पर विशाल आमसभा हुई।

उदयपुर में कन्हैयालाल की कुछ दिनों पहले दो व्यक्तियों ने निर्मम हत्या कर दी थी। सभा को हिन्दू समाज के संत महात्माओं और समाज के वरिष्ठ बंधुओं ने संबोधित किया।
सभा में कन्हैयालाल को श्रद्धांजलि देने के बाद लाउडस्पीकर पर सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
आरोपियों को फांसी की सजा की मांग करते हुए हजारों की संख्या में एकत्र हुए लोगों ने भगवा झंडा हाथ में ले रखा था। साथ ही, उन्होंने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर ‘वंदे मातरम’ तथा ‘भारत माता की जय’ के नारे लिखे हुए थे।

सर्व हिन्दू समाज की हजारों की संख्या में भारी भीड़ को देखते हुए जयपुर पुलिस की ओर से एहतियात के तौर पर शहर के चप्पे-चप्पे पर करीब दो हजार से अधिक पुलिस के जवान तैनात किए गए। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी ड्रोन के जरिये निगरानी कर रहे थे।

रैली में बड़ी संख्या में लोग दूर-दराज से भी जत्थों के रूप में नारे लगाते हुए पहुंचे और रैली में सम्मिलित हुए। लोगों ने हत्यारों को फांसी पर लटकाए जाने की मांग की। रैली को संबोधित करते वक्ताओं ने सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया।

वक्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार की तुष्टिकरण की नीति प्रदेश सरकार ने अपनाई है, उसके कारण राजस्थान में इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की नीति के कारण ही कन्हैयालाल की हत्या हुई। कन्हैयालाल ने पुलिस में अपनी सुरक्षा की मांग की, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में समाज चुप नहीं बैठेगा और राजस्थान को तालिबान नहीं बनने देगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी एक बुल्डोजर बाबा की जरूरत है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थानीय नेता इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘‘ इस प्रदर्शन को जनता की ओर से मिला भारी समर्थन दर्शाता है कि सनातन धर्म के लिये हिंदू जागृत और एकजुट है।’’
राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी की नेता सुमन शर्मा ने कहा, ‘‘देश किस चीज का इंतजार कर रहा है, मुझे समझ में नहीं आ रहा है। कानून की लंबी लडाई में न जाने कब न्याय होगा...।’’ उन्होंने आरोपियों को तत्काल फांसी की सजा देने की मांग की।

जयपुर के मोती डूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने कार्यक्रम में कहा, ‘‘ मैं इस घटना की घोर निंदा करता हूं और यह एक नृशंस हत्या है। इसका न्याय जल्द होना चाहिए।’’ एक स्थानीय युवक हिमांशु गुप्ता ने कहा कि हत्यारों को मौत की सजा मिलनी चाहिए।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और आयोजकों को अनुमति दी गई। उन्होंने कहा कि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे और ड्रोन के जरिये इलाके में कड़ी निगरानी रखी गई थी।

उल्लेखनीय है कि हत्या के बाद पूरे राज्य में निषेधाज्ञा (सीआरपीसी की धारा 144) लागू कर दी गई है।
मंच से पुलिस प्रशासन से अपील की गई कि सर्किल पर आने वाले लोगों को रोका नहीं जाएं। सूरजपोल से हीदा की मोरी,रामगंज में बैरिकेड्स लगाकर रास्ता रोका गया। वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रही।

रैली में आए कुछ लोगों का आरोप था कि पुलिस ने अजमेर रोड पर भी कई लोगों को रोके रखा। पुलिस ने कई किलोमीटर पहले ही रास्ता रोक दिया, ताकि लोग आसानी से स्टैच्यू सर्किल पर नहीं पहुंच सके।

पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, भाजपा विधायक अशोक लाहोटी, पूर्व विधायक मोहन लाल गुप्ता सहित कई नेताओं ने कार्यक्रम में भाग लिया।



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PTI News Agency

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