गहलोत ने केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के लिये निकम्मे शब्द का प्रयोग किया

7/02/2022 9:03:56 PM

जयपुर, दो जुलाई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए उनके लिये ‘निकम्मा’ शब्द का इस्तेमाल किया।

गहलोत ने शनिवार को पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर आयोजित कार्यशाला में मौजूद कांग्रेस के नेताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ हम प्रधानमंत्री से कहेंगे कभी कि आप ऐसे निकम्मे मंत्री को रखते ही क्यों हो जो आपकी मीटिंग में ‘एब्सेंट माइंड’ रहता है। प्रधानमंत्री की बैठक में ‘एब्सेंट माइंड’ रहना अच्छी बात नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2018 में जयपुर एवं अजमेर में आयोजित सभाओं में ई.आर.सी.पी. को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन गत 4 वर्षों में इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया गया है, अपितु इसके क्रियान्वयन में रोड़े अटकाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान आयोजित प्रधानमंत्री की जनसभा में केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत मौजूद थे और उस दौरान प्रधानमंत्री ने ईआरसीपी परियोजना के बारे में चर्चा की थी।

गहलोत ने कहा कि प्रदेश के जलदाय मंत्री महेश जोशी ने एक अंतर्राज्यीय सम्मेलन में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने ईआरसीपी परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने का वादा किया था, लेकिन जल शक्ति मंत्री ने उन्हें भाषण के दौरान कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी ईआरसीपी को लेकर कहा हो तो वो राजनीति छोड देंगे।

उन्होंने कहा कि ‘‘ अब लो संन्यास.. वो (केन्द्रीय मंत्री) कहां चले गये। ये स्थिति है। उन्होंने मुख्यमंत्री और मंत्री को इस्तीफा देने का फरमान जारी कर दिया.. अब बताइये जो केन्द्रीय मंत्री जो खुद प्रधानमंत्री की सभा में मौजूद हो, उसके बाद भी वो ऐसी बातें बोल रहें है इसका मतलब वो एबसेंट माइंड रहते है। प्रधानमंत्री की मीटिंग में एब्सेंट माइंड रहना अच्छी बात नहीं है।’’
गहलोत ने बताया कि जल शक्ति मंत्रालय के सचिव द्वारा राजस्थान के मुख्य सचिव को पत्र लिखा गया कि राजस्थान सरकार द्वारा ई.आर.सी.पी. से जुड़े किसी भी हिस्से में कार्य संपादित नहीं किया जाए। पत्र में अंतरराज्यीय मुद्दों पर सहमति न बनने का कारण बताकर रोकने के लिए लिखा गया।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ उनका कोई हक नहीं बनता पानी रोकना.. पानी हमारे हिस्से का है.. पैसा हमारा है.. केन्द्र पैसा दे नहीं रहा है। केंद्र इस रवैये से जनता और किसानों को उनके हक से क्यों रोक रहा है।’’
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा ई.आर.सी.पी. को बाधित करने का कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि यह परियोजना पिछली भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई थी और कांग्रेस सरकार ने परियोजना के काम को नहीं रोका। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय महत्व का दर्जा देने की बात कही थी और उन्हें अपना वादा पूरा करना चाहिए।



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PTI News Agency

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