बूस्टर खुराक के बारे में फैसला करना चाहिए केंद्र सरकार को: गहलोत
11/27/2021 10:38:43 PM
जयपुर, 27 नवंबर (भाषा) मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान सहित पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को चिंताजनक बताते हुए शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को ''बूस्टर'' खुराक लगाने के बारे में फैसला करना चाहिए। इसके साथ ही गहलोत ने दूसरी खुराक लगाने के लिए अभियान चलाने पर जोर दिया।
गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘देश में बहुत सारे लोगों को दूसरी खुराक ही नहीं लगी है और जब तक आपको दूसरी खुराक नहीं लगे तब पहली का फायदा नहीं होता। बचाव के लिए दोनों खुराक लेना जरूरी है। देश में दूसरी खुराक तो सिर्फ 35-40 प्रतिशत लगी है। तो एक अभियान चलाया जाए ताकि देश में सभी को दूसरी खुराक लग लग जाए, उसके बाद में नंबर आएगा बूस्टर डोज का।’’
केंद्र सरकार द्वारा ''बूस्टर'' खुराक के बारे में फैसला किए जाने पर जोर देते हुए गहलोत ने कहा,‘‘हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि जिसको खुराक लगे सालभर होने को आ गया है, उसका प्रभाव कम हो जाता है, आपको चाहिए कि आप बूस्टर खुराक की अनुमति दें। जिसे दो खुराक लग गई उसको तीसरी बूस्टर खुराक भी लगे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बारे में अभी फैसला नहीं किया है शायद वे चाहते हैं कि पहले लोगों को दूसरी खुराक लगे। गहलोत के अनुसार लेकिन जो बुजुर्ग हैं या बीमार हैं अगर उनको बूस्टर खुराक नहीं लगेगी तो फिर तकलीफ हो सकती है, इन सब बातों को ध्यान में रखकर हमें कार्रवाई करनी पड़ेगी।
गहलोत ने शाम को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए कोरोना की स्थिति की समीक्षा की।इसमें उन्होंने कहा कि कहा कि जिन लोगों ने कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक अभी तक नहीं लगवाई है उन्हें अभियान चलाकर जागरूक किया जाए ताकि टीकाकरण से कोरोना संक्रमण के खतरे को न्यूनतम किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके जिलों में अधिकाधिक लोगों को दूसरा खुराक भी समय पर लग जाए, ताकि संक्रमण की गंभीर स्थिति से बचाव हो सके।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण में राजस्थान को ''आदर्श राज्य'' बनाएं और जिन लोगों के टीका नहीं लगा है, उन सभी को टीका लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता में है।
चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बैठक में बताया कि राजस्थान में अभी 174 ''उचाराधीन मरीज'' हैं, इनमें से सर्वाधिक 100 संक्रमित जयपुर में हैं। उन्होंने बताया कि 26 नवम्बर तक राज्य में कुल 6.69 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं। इनमें 4.32 करोड़ पहली खुराक जबकि 2.36 करोड़ दूसरी खुराक लग चुकी है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा,‘‘देश में बहुत सारे लोगों को दूसरी खुराक ही नहीं लगी है और जब तक आपको दूसरी खुराक नहीं लगे तब पहली का फायदा नहीं होता। बचाव के लिए दोनों खुराक लेना जरूरी है। देश में दूसरी खुराक तो सिर्फ 35-40 प्रतिशत लगी है। तो एक अभियान चलाया जाए ताकि देश में सभी को दूसरी खुराक लग लग जाए, उसके बाद में नंबर आएगा बूस्टर डोज का।’’
केंद्र सरकार द्वारा ''बूस्टर'' खुराक के बारे में फैसला किए जाने पर जोर देते हुए गहलोत ने कहा,‘‘हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि जिसको खुराक लगे सालभर होने को आ गया है, उसका प्रभाव कम हो जाता है, आपको चाहिए कि आप बूस्टर खुराक की अनुमति दें। जिसे दो खुराक लग गई उसको तीसरी बूस्टर खुराक भी लगे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस बारे में अभी फैसला नहीं किया है शायद वे चाहते हैं कि पहले लोगों को दूसरी खुराक लगे। गहलोत के अनुसार लेकिन जो बुजुर्ग हैं या बीमार हैं अगर उनको बूस्टर खुराक नहीं लगेगी तो फिर तकलीफ हो सकती है, इन सब बातों को ध्यान में रखकर हमें कार्रवाई करनी पड़ेगी।
गहलोत ने शाम को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए कोरोना की स्थिति की समीक्षा की।इसमें उन्होंने कहा कि कहा कि जिन लोगों ने कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक अभी तक नहीं लगवाई है उन्हें अभियान चलाकर जागरूक किया जाए ताकि टीकाकरण से कोरोना संक्रमण के खतरे को न्यूनतम किया जा सके। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके जिलों में अधिकाधिक लोगों को दूसरा खुराक भी समय पर लग जाए, ताकि संक्रमण की गंभीर स्थिति से बचाव हो सके।
उन्होंने कहा कि टीकाकरण में राजस्थान को ''आदर्श राज्य'' बनाएं और जिन लोगों के टीका नहीं लगा है, उन सभी को टीका लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता में है।
चिकित्सा सचिव वैभव गालरिया ने बैठक में बताया कि राजस्थान में अभी 174 ''उचाराधीन मरीज'' हैं, इनमें से सर्वाधिक 100 संक्रमित जयपुर में हैं। उन्होंने बताया कि 26 नवम्बर तक राज्य में कुल 6.69 करोड़ खुराक लगाई जा चुकी हैं। इनमें 4.32 करोड़ पहली खुराक जबकि 2.36 करोड़ दूसरी खुराक लग चुकी है।
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