राजस्थान खान विभाग ने पिछले साल से 626 करोड़ अधिक राजस्व अर्जित किया : डॉ. अग्रवाल
11/11/2021 9:17:02 PM
जयपुर, 11 नवंबर (भाषा) राजस्थान के खनिज विभाग ने चालू वित्त वर्ष में अक्टूबर माह तक रिकार्ड 2,941 करोड़ 45 लाख रुपए का राजस्व अर्जित किया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव खान डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 626 करोड़ रुपए अधिक हैं, वहीं सामान्य वर्ष 2019-20 की तुलना में भी 616 करोड़ रु. अधिक राजस्व अर्जित किया गया है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा विभागीय निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने और नियमित समीक्षा के कारण राजस्व बढ़ाने में सफलता मिली है। विभाग द्वारा अवैध खनन एवं परिवहन गतिविधियों के खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई में तेजी लाई गई है।
एक सरकारी बयान में अग्रवाल ने बताया कि अवैध खनन परिवहन और भंडारण के संबंध में इस वित्त वर्ष में 5,384 प्रकरण दर्ज कर 478 प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। इस दौरान 5,472 वाहन, उपकरण और मशीन आदि को जब्त कर 49 करोड़ एक लाख रुपए वसूले जा चुके है।
उन्होंने बताया कि इसमें बजरी के अवैध खनन परिवहन पर की गई कार्रवाई शामिल है। बजरी का अवैध परिवहन करने के मामले में 386 प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही 3,501 वाहन जब्त कर 24 करोड़ दो लाख रुपए वसूले गए हैं।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि एक मोटे अनुमान के अनुसार राज्य में खनन गतिविधियों से छह से आठ लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं 22 से 25 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिल रहा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव खान डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि यह पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 626 करोड़ रुपए अधिक हैं, वहीं सामान्य वर्ष 2019-20 की तुलना में भी 616 करोड़ रु. अधिक राजस्व अर्जित किया गया है।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा विभागीय निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने और नियमित समीक्षा के कारण राजस्व बढ़ाने में सफलता मिली है। विभाग द्वारा अवैध खनन एवं परिवहन गतिविधियों के खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई में तेजी लाई गई है।
एक सरकारी बयान में अग्रवाल ने बताया कि अवैध खनन परिवहन और भंडारण के संबंध में इस वित्त वर्ष में 5,384 प्रकरण दर्ज कर 478 प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। इस दौरान 5,472 वाहन, उपकरण और मशीन आदि को जब्त कर 49 करोड़ एक लाख रुपए वसूले जा चुके है।
उन्होंने बताया कि इसमें बजरी के अवैध खनन परिवहन पर की गई कार्रवाई शामिल है। बजरी का अवैध परिवहन करने के मामले में 386 प्राथमिकी दर्ज करने के साथ ही 3,501 वाहन जब्त कर 24 करोड़ दो लाख रुपए वसूले गए हैं।
डॉ. अग्रवाल ने बताया कि एक मोटे अनुमान के अनुसार राज्य में खनन गतिविधियों से छह से आठ लाख लोगों को प्रत्यक्ष एवं 22 से 25 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिल रहा है।
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