अमर्यादित भाषा का राजनीति में कोई स्थान नहीं, माफी मांगें भाजपा नेता: पायलट
10/21/2021 4:23:56 PM
जयपुर, 21 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कथित स्तरहीन भाषा का इस्तेमाल किए जाने की भर्त्सना करते हुए इसे निंदनीय व अशोभनीय बताया है। पायलट के कहा कि भाजपा नेता अपने अनर्गल बयानों के लिए जनता से माफी मांगें।
पायलट ने बृहस्पतिवार को अपने आवास पर जनसुनवाई के समय कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जो बयानबाजी की गई है, वह अमर्यादित है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ द्वारा कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया गया है, वह अशोभनीय है।
उल्लेखनीय है कि बघेल ने उदयपुर के पास खरसान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ कथित तौर पर अपशब्दों का इस्तेमाल किया था।
पायलट के अनुसार राजनीति में वैचारिक विरोध स्वीकार्य होता है, परन्तु इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ स्वयं की साख को ठेस पहुंचती है बल्कि जनता में भी नकारात्मक संदेश जाता है।
पायलट ने कहा कि भाजपा के नेता उपचुनाव में हार के डर के कारण इस तरह की स्तरहीन भाषा का प्रयोग कर रहे हैं जिसका स्वच्छ राजनीति में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग इस तरह की अशोभनीय शब्दावली का इस्तेमाल करके जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं?
उन्होंने कहा कि भाजपा के उक्त दोनों नेताओं को स्तरहीन शब्दों के इस्तेमाल के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पायलट ने बृहस्पतिवार को अपने आवास पर जनसुनवाई के समय कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री एस.पी. सिंह बघेल द्वारा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जो बयानबाजी की गई है, वह अमर्यादित है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ द्वारा कांग्रेस नेता रफीक मंडेलिया के लिए जिन शब्दों का प्रयोग किया गया है, वह अशोभनीय है।
उल्लेखनीय है कि बघेल ने उदयपुर के पास खरसान में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ कथित तौर पर अपशब्दों का इस्तेमाल किया था।
पायलट के अनुसार राजनीति में वैचारिक विरोध स्वीकार्य होता है, परन्तु इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ स्वयं की साख को ठेस पहुंचती है बल्कि जनता में भी नकारात्मक संदेश जाता है।
पायलट ने कहा कि भाजपा के नेता उपचुनाव में हार के डर के कारण इस तरह की स्तरहीन भाषा का प्रयोग कर रहे हैं जिसका स्वच्छ राजनीति में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग इस तरह की अशोभनीय शब्दावली का इस्तेमाल करके जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं?
उन्होंने कहा कि भाजपा के उक्त दोनों नेताओं को स्तरहीन शब्दों के इस्तेमाल के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए।
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