शोध कार्य सैद्धान्तिक न होकर ऐसे हों जिससे समाज का भला हो : मिश्र

10/8/2021 7:46:34 PM

जयपुर, आठ अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार को कहा कि विश्वविद्यालयों में शोध के स्तर को सुधारने के लिए व्यावहारिक कदम उठाए जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि शोध के नाम पर दस-बीस किताबों से कोई एक किताब तैयार करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाते हुए ऐसे विषयों पर शोध कार्य किए जाएं जिससे समाज का भला हो सके। उन्होंने कहा कि शोध मात्र सैद्धान्तिक न होकर व्यावहारिक रूप में ज्ञानार्जन के लिए प्रेरित करने वाला होना चाहिए।

मिश्र शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर के भवनों के लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह में ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि भारत का उच्च शिक्षा तंत्र अमेरिका और चीन के बाद विश्व का तीसरा सबसे बड़ा उच्च शिक्षा तंत्र है।

उन्होंने कहा कि देश में महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़ी है, लेकिन उच्च शिक्षा में हमारे विश्वविद्यालयों की रैंकिंग बहुत अधिक अच्छी नहीं है। विश्वविद्यालयों को ज्ञान का उत्कृष्ट केन्द्र बनाने के लिए बंधे-बंधाए ढर्रे से हटते हुए कार्य किए जाने की जरूरत है।

राज्यपाल ने इस मौके पर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन, अकादमिक भवन, पुस्तकालय भवन तथा कुलपति शासकीय निवास का लोकार्पण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य द्वार, संविधान पार्क, विधि भवन व कैन्टीन का शिलान्यास भी किया।



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PTI News Agency

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