आयकर विभाग के छापे मीडिया को दबाने का प्रयास : गहलोत
7/22/2021 11:16:03 PM
जयपुर, 22 जुलाई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अखबार समूह दैनिक भास्कर व भारत समाचार न्यूज चैनल के कार्यालयों पर आयकर विभाग के छापों की आलोचना करते हुए इसे केंद्र सरकार द्वारा मीडिया को दबाने का प्रयास बताया। गहलोत ने कहा कि यह केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की फासीवादी मानसिकता का परिचायक है।
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोपों में मीडिया समूह दैनिक भास्कर के जयपुर सहित विभिन्न शहरों में स्थित परिसरों पर बृहस्पतिवार को छापे मारे।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘दैनिक भास्कर अखबार और भारत समाचार न्यूज़ चैनल के कार्यालयों पर आयकर विभाग का छापा मीडिया को दबाने का एक प्रयास है।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘मोदी सरकार अपनी रत्तीभर आलोचना भी बर्दाश्त नहीं कर सकती है। यह भाजपा की फासीवादी मानसिकता है जो लोकतंत्र में सच्चाई का आइना देखना भी पसंद नहीं करती है।’’
गहलोत के अनुसार, ‘‘ऐसी कार्रवाई कर मोदी सरकार मीडिया को दबाकर संदेश देना चाहती है कि यदि गोदी मीडिया नहीं बनेंगे तो आवाज कुचल दी जाएगी।’’
वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी अखबार के कार्यालयों पर छापों की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार में विरोध की आवाजों और सच्चाई को सहने का साहस नहीं है। अखबार के कार्यालयों पर छापा डालना, तानाशाही मानसिकता का प्रतिबिंब है। भाजपा सरकार का प्रयास है कि जो मीडिया उनकी गुलामी नहीं करेगा, उसको वो कुचलने का प्रयास करेंगे। लोकतंत्र में ये नहीं चल सकता।’’
गैर सरकारी संगठन पीयूसीएल ने भी एक बयान में इन छापों की निंदा की है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने कर चोरी के आरोपों में मीडिया समूह दैनिक भास्कर के जयपुर सहित विभिन्न शहरों में स्थित परिसरों पर बृहस्पतिवार को छापे मारे।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘दैनिक भास्कर अखबार और भारत समाचार न्यूज़ चैनल के कार्यालयों पर आयकर विभाग का छापा मीडिया को दबाने का एक प्रयास है।’’ उन्होंने आगे लिखा, ‘‘मोदी सरकार अपनी रत्तीभर आलोचना भी बर्दाश्त नहीं कर सकती है। यह भाजपा की फासीवादी मानसिकता है जो लोकतंत्र में सच्चाई का आइना देखना भी पसंद नहीं करती है।’’
गहलोत के अनुसार, ‘‘ऐसी कार्रवाई कर मोदी सरकार मीडिया को दबाकर संदेश देना चाहती है कि यदि गोदी मीडिया नहीं बनेंगे तो आवाज कुचल दी जाएगी।’’
वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी अखबार के कार्यालयों पर छापों की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार में विरोध की आवाजों और सच्चाई को सहने का साहस नहीं है। अखबार के कार्यालयों पर छापा डालना, तानाशाही मानसिकता का प्रतिबिंब है। भाजपा सरकार का प्रयास है कि जो मीडिया उनकी गुलामी नहीं करेगा, उसको वो कुचलने का प्रयास करेंगे। लोकतंत्र में ये नहीं चल सकता।’’
गैर सरकारी संगठन पीयूसीएल ने भी एक बयान में इन छापों की निंदा की है।
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