राजस्थान : निर्दलीय विधायकों ने मुख्यमंत्री गहलोत के प्रति निष्ठा जताने के लिये बैठक की
6/24/2021 12:15:29 AM
जयपुर, 23 जून (भाषा) राजस्थान की कांग्रेस सरकार का पहले ही समर्थन कर रहे 11 निर्दलीय विधायकों ने बैठक कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति अपनी निष्ठा जतायी है।
निर्दलीय विधायकों की यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब यहां गहलोत और पायलट समर्थक विधायकों के बीच सियासी बयानबाजी जारी है।
बैठक के बाद सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा,‘‘हमें राहुल गांधी ने एसोसिएट मेंबर बनाया है.. विधानसभा के भीतर और विधानसभा के बाहर हमने लगातार इस सरकार को मजबूती से ताकत प्रदान की है। ’’
कांग्रेस का एसोसिएट मेंबर होने के बावजूद अलग से बैठक करने की आवश्यकता क्यों हुई, यह पूछे जाने पर लोढा ने कहा, ‘‘तकनीकी रूप से हम निर्दलीय हैं.. दल -बदल कानून लागू होता है.. हम निर्दलीय विधायक के रूप में किसी पार्टी को कानून के मुताबिक ज्वाइन नहीं कर सकते.. लेकिन राज्य की सरकार को स्थिरता देना हमारा प्राथमिक कर्त्तव्य है जिसका हम सारे निर्दलीय विधायक पूरी तरह से पालन कर रहे है।’’
राज्य सरकार को फिर से अस्थिर करने के प्रयासों पर उन्होंने कहा,‘‘अभी तो यह काल्पनिक सवाल है लेकिन अगर ऐसा होगा तो उनको मुंहतोड जवाब दिया जायेगा.. यह कर्नाटक नहीं है, यह मध्यप्रदेश नहीं है। पहले भी अशोक गहलोत के नेतृत्व के अंदर हमने इनको धूल चटाई है और अगर कोई मंसूबा रखेगा तो एक बार फिर धूल चटायेंगे।’’
निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने कहा,‘‘जो मीडिया में खबरें आ रहीं हैं और जिस तरह का वातावरण बनाया जा रहा है उन परिस्थितियों को देखते हुए मैंने कहा था कि सरकार को अस्थिर करने में सचिन पायलट की भूमिका है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों को पहले भी मुहंतोड़ जवाब मिला अब भी मिलेगा।
इससे पहले यहां एक होटल में बुलाई गई निर्दलीय विधायकों की बैठक में बसपा से कांग्रेस में आये विधायक राजेन्द्र गुढा भी पहुंच गए। इसके बाद अचानक बैठक का स्थान परिवर्तन कर उसे सर्किट हाउस में किया गया। सभी निर्दलीय विधायकों को सर्किट हाउस बुलाया गया।
होटल के बाहर गुढा ने संवाददाताओं से कहा,‘‘मुझे निर्दलीय विधायक संयम लोढा ने बुलाया था। रामकेश मीणा, महादेव सिंह खंडेला और संयम लोढा के साथ बात हुई। अब मेरे आने से किसको समस्या हुई -मुझे पता नहीं।’’
बैठक में 11 निर्दलीय विधायकों में संयम लोढा, रामकेश मीणा, रमीला खडिया, सुरेश टाक, खुशवीर सिंह, महादेव सिंह खंडेला, ओमप्रकाश हुडला, राजकुमार गौड, कांतीचंद मीणा, लक्ष्मण मीणा और आलोक बेनीवाल मौजूद थे। बैठक में बलजीत यादव और बाबूलाल नागर नहीं थे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
निर्दलीय विधायकों की यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब यहां गहलोत और पायलट समर्थक विधायकों के बीच सियासी बयानबाजी जारी है।
बैठक के बाद सिरोही से निर्दलीय विधायक संयम लोढा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा,‘‘हमें राहुल गांधी ने एसोसिएट मेंबर बनाया है.. विधानसभा के भीतर और विधानसभा के बाहर हमने लगातार इस सरकार को मजबूती से ताकत प्रदान की है। ’’
कांग्रेस का एसोसिएट मेंबर होने के बावजूद अलग से बैठक करने की आवश्यकता क्यों हुई, यह पूछे जाने पर लोढा ने कहा, ‘‘तकनीकी रूप से हम निर्दलीय हैं.. दल -बदल कानून लागू होता है.. हम निर्दलीय विधायक के रूप में किसी पार्टी को कानून के मुताबिक ज्वाइन नहीं कर सकते.. लेकिन राज्य की सरकार को स्थिरता देना हमारा प्राथमिक कर्त्तव्य है जिसका हम सारे निर्दलीय विधायक पूरी तरह से पालन कर रहे है।’’
राज्य सरकार को फिर से अस्थिर करने के प्रयासों पर उन्होंने कहा,‘‘अभी तो यह काल्पनिक सवाल है लेकिन अगर ऐसा होगा तो उनको मुंहतोड जवाब दिया जायेगा.. यह कर्नाटक नहीं है, यह मध्यप्रदेश नहीं है। पहले भी अशोक गहलोत के नेतृत्व के अंदर हमने इनको धूल चटाई है और अगर कोई मंसूबा रखेगा तो एक बार फिर धूल चटायेंगे।’’
निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने कहा,‘‘जो मीडिया में खबरें आ रहीं हैं और जिस तरह का वातावरण बनाया जा रहा है उन परिस्थितियों को देखते हुए मैंने कहा था कि सरकार को अस्थिर करने में सचिन पायलट की भूमिका है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों को पहले भी मुहंतोड़ जवाब मिला अब भी मिलेगा।
इससे पहले यहां एक होटल में बुलाई गई निर्दलीय विधायकों की बैठक में बसपा से कांग्रेस में आये विधायक राजेन्द्र गुढा भी पहुंच गए। इसके बाद अचानक बैठक का स्थान परिवर्तन कर उसे सर्किट हाउस में किया गया। सभी निर्दलीय विधायकों को सर्किट हाउस बुलाया गया।
होटल के बाहर गुढा ने संवाददाताओं से कहा,‘‘मुझे निर्दलीय विधायक संयम लोढा ने बुलाया था। रामकेश मीणा, महादेव सिंह खंडेला और संयम लोढा के साथ बात हुई। अब मेरे आने से किसको समस्या हुई -मुझे पता नहीं।’’
बैठक में 11 निर्दलीय विधायकों में संयम लोढा, रामकेश मीणा, रमीला खडिया, सुरेश टाक, खुशवीर सिंह, महादेव सिंह खंडेला, ओमप्रकाश हुडला, राजकुमार गौड, कांतीचंद मीणा, लक्ष्मण मीणा और आलोक बेनीवाल मौजूद थे। बैठक में बलजीत यादव और बाबूलाल नागर नहीं थे।
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