कोरोना जागरूकता अभियान में सहयोग करें पूर्व सैनिक: मिश्र
5/6/2021 10:49:13 PM
जयपुर, छह मई (भाषा) राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने पूर्व सैनिकों से कोरोना जागरूकता अभियान में सहयोग का आह्वान किया है।
मिश्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा घोषित ‘महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े'' का मूलमंत्र बचाव है और इस अवधि में पूर्ण रूप से कोविड प्रोटोकॉल और सरकार के निर्देशानुसार जन अनुशासन की सख्ती से पालना करें ताकि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ कर महामारी को और अधिक फैलने से रोका जा सके।
राज्यपाल बृहस्पतिवार को यहां राजभवन से राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक को ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने बैठक के दौरान संबंधित जिला प्रशासन के अधीन उचित उपकरण व आवश्यक संसाधनों से लैस पूर्व सैनिकों का कार्यबल गठित करने का सुझाव भी दिया।
उन्होंने कहा कि यह कार्यबल कोरोना से बचाव और महामारी से ग्रस्त लोगों के प्रभावी और समय पर इलाज में सहयोगी बन सकती है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों में अनुशासित रहकर कार्य करने की अद्भुत क्षमता होती है और संकट के इस समय में वे सरकार और जनता के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में कार्य करें।
उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में भी पूर्व सैनिकों, वीरांगनाओं और उनके परिजनों के लिए संचालित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें सुचारू रूप से मिलता रहे, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार विपदा की इस घड़ी में आमजन के साथ खड़ी है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
मिश्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा घोषित ‘महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़े'' का मूलमंत्र बचाव है और इस अवधि में पूर्ण रूप से कोविड प्रोटोकॉल और सरकार के निर्देशानुसार जन अनुशासन की सख्ती से पालना करें ताकि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ कर महामारी को और अधिक फैलने से रोका जा सके।
राज्यपाल बृहस्पतिवार को यहां राजभवन से राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक को ऑनलाइन सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने बैठक के दौरान संबंधित जिला प्रशासन के अधीन उचित उपकरण व आवश्यक संसाधनों से लैस पूर्व सैनिकों का कार्यबल गठित करने का सुझाव भी दिया।
उन्होंने कहा कि यह कार्यबल कोरोना से बचाव और महामारी से ग्रस्त लोगों के प्रभावी और समय पर इलाज में सहयोगी बन सकती है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों में अनुशासित रहकर कार्य करने की अद्भुत क्षमता होती है और संकट के इस समय में वे सरकार और जनता के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में कार्य करें।
उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में भी पूर्व सैनिकों, वीरांगनाओं और उनके परिजनों के लिए संचालित की जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उन्हें सुचारू रूप से मिलता रहे, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार विपदा की इस घड़ी में आमजन के साथ खड़ी है।
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