राजस्थान सहित कई राज्यों में टीके की नियमित आपूर्ति करने में विफल रही केंद्र सरकार: गहलोत
4/15/2021 8:23:51 PM
जयपुर, 15 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन राज्यों में कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीके की उपलब्धता को लेकर गलतबयानी कर रहे हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि हर्षवर्धन द्वारा राज्यों पर ''कुप्रबंधन'' का आरोप लगाना गलत है और केंद्र सरकार राजस्थान सहित अनेक राज्यों में टीके की नियमित आपूर्ति करने में विफल रही।
गहलोत ने इस मुद्दे को लेकर कई ट्वीट किए।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, '''' मैं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से यह उम्मीद नहीं करता था कि वह ''राज्यों में पर्याप्त टीके उपलब्ध होने'' जैसा असत्य बयान देंगे। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्यों पर कुप्रबंधन का आरोप लगाना बिल्कुल गलत है।''''
गहलोत के अनुसार, राजस्थान सरकार ने केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रतिदिन टीकाकरण की रफ्तार 5.81 लाख टीके प्रतिदिन तक पहुंचाई व देश में प्रथम स्थान पर पहुंचा। केन्द्र सरकार ने 10 फीसदी खुराक के खराब होने की छूट दी थी लेकिन राजस्थान में खुराक खराब होने का प्रतिशत सिर्फ सात रहा।
मुख्यमंत्री ने लिखा,'''' लेकिन, केन्द्र सरकार राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, झारखंड, उत्तराखंड और असम में टीके की नियमित आपूर्ति करने में विफल रही है जिसके कारण इन राज्यों में कई जगह टीकाकरण बंद करने पड़े हैं। केन्द्र सरकार द्वारा ये मानने में कोई बुराई नहीं थी कि देश में टीकों की उपलब्धता कम है एवं राज्य सरकारों को उसी के अनुसार टीकाकरण का कार्यक्रम बनाना चाहिए।''''
उन्होंने कहा, '''' मेरा यह भी मानना है कि केन्द्र सरकार को इस बारे में गलतबयानी करने की जगह आधिकारिक तौर पर परामर्श जारी कर कहना चाहिए था कि टीके उपलब्ध होने में थोड़ा समय लगेगा जिससे भविष्य में लोगों में भ्रम की स्थिति ना बने और लोगों का टीके में विश्वास बना रहे।''''
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हर्षवर्धन द्वारा राज्यों पर ''कुप्रबंधन'' का आरोप लगाना गलत है और केंद्र सरकार राजस्थान सहित अनेक राज्यों में टीके की नियमित आपूर्ति करने में विफल रही।
गहलोत ने इस मुद्दे को लेकर कई ट्वीट किए।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, '''' मैं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से यह उम्मीद नहीं करता था कि वह ''राज्यों में पर्याप्त टीके उपलब्ध होने'' जैसा असत्य बयान देंगे। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राज्यों पर कुप्रबंधन का आरोप लगाना बिल्कुल गलत है।''''
गहलोत के अनुसार, राजस्थान सरकार ने केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए प्रतिदिन टीकाकरण की रफ्तार 5.81 लाख टीके प्रतिदिन तक पहुंचाई व देश में प्रथम स्थान पर पहुंचा। केन्द्र सरकार ने 10 फीसदी खुराक के खराब होने की छूट दी थी लेकिन राजस्थान में खुराक खराब होने का प्रतिशत सिर्फ सात रहा।
मुख्यमंत्री ने लिखा,'''' लेकिन, केन्द्र सरकार राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, झारखंड, उत्तराखंड और असम में टीके की नियमित आपूर्ति करने में विफल रही है जिसके कारण इन राज्यों में कई जगह टीकाकरण बंद करने पड़े हैं। केन्द्र सरकार द्वारा ये मानने में कोई बुराई नहीं थी कि देश में टीकों की उपलब्धता कम है एवं राज्य सरकारों को उसी के अनुसार टीकाकरण का कार्यक्रम बनाना चाहिए।''''
उन्होंने कहा, '''' मेरा यह भी मानना है कि केन्द्र सरकार को इस बारे में गलतबयानी करने की जगह आधिकारिक तौर पर परामर्श जारी कर कहना चाहिए था कि टीके उपलब्ध होने में थोड़ा समय लगेगा जिससे भविष्य में लोगों में भ्रम की स्थिति ना बने और लोगों का टीके में विश्वास बना रहे।''''
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।