देश में लोकतंत्र व संविधान को बचाने के लिए वैचारिक आंदोलन तैयार करें युवा: गहलोत

4/13/2021 6:51:09 PM

जयपुर, 13 अप्रैल (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को युवाओं का आह्वान किया कि वे देश के इतिहास तथा सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों का अध्ययन करें और लोकतंत्र तथा संविधान को बचाने के लिए एक वैचारिक आंदोलन तैयार करें।

उन्होंने कहा, ‘‘युवा पीढ़ी को अपने नए विचार के साथ संगठित होकर देश को दिशा देनी चाहिए। अब समय आ गया है कि तरूणाई अंगड़ाई ले।’’
गहलोत जलियांवाला बाग दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय ऑनलाइन संगोष्ठी ’स्वतंत्रता संग्राम एवं हमारे युवा’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश ऐसे मोड़ पर आ गया है जब शासन को संचालित करने वाली अधिकतर संस्थाओं के दबाव में होने की बात कही जा रही है। संवैधानिक संस्थाओं को ठीक से काम करने की आजादी देने का माहौल तैयार करना युवा पीढ़ी का कर्तव्य है।

राज्य सरकार के उच्च शिक्षा तथा युवा मामले व खेल विभागों और शांति एवं प्रकोष्ठ ने संयुक्त रूप से इस संगोष्ठी का आयोजन किया। इसमें प्रदेश भर के एनएसएस, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड सहित कॉलेजों एवं युवा संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं, कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों के शिक्षकों ने भागीदारी की।

गहलोत ने कहा, ‘‘पूर्वजों ने हमें मानव-मानव के बीच भेद नहीं करने तथा जातिवाद और सांप्रदायिकता जैसी बुराइयों को मिटाने का संदेश दिया। आज फिर से युवाओं को ऐसे भेदभाव के विरूद्ध खड़े होने तथा सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत करनी होगी। यदि युवा पीढ़ी अपनी जिम्मेदारी को निभाएगी, तभी वह इतिहास बना सकेगी। युवाओं को स्वयंसेवी संगठनों के रूप में संगठित होकर देश के ज्वलंत मुद्दों पर बातचीत और संवाद के माध्यम से वैचारिक क्रांति लानी होगी।’’
उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि इस संगोष्ठी के आयोजन का उद्देश्य है कि ‘‘युवा देश के स्वतंत्रता आंदोलन से प्रेरणा लें। उस दौर में लाखों युवक-युवतियां आंदोलन में शामिल हुए और अंग्रेजी शासन को उखाड़ फेंकने में कामयाब हुए।’’
शहीद भगत सिंह के परिजन प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने लुधियाना से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का भविष्य नौजवानों के हाथ में है। उन्होंने बताया कि शहीद भगत सिंह ने अपने परिजनों को लिखे पत्रों में जीवन में सादगी और वैचारिक मजबूती अपनाने का संदेश दिया। उत्तर प्रदेश में जन्मे क्रांतिकारी शहीद महावीर सिंह के परिजन असीम राठौड़ ने जलियांवाला बाग हत्याकांड में ब्रिटिश शासकों की अमानवीयता और उस दौर की युवा पीढ़ी के क्रांतिकारी संघर्ष के बारे में बात की।


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PTI News Agency

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