राजस्थान : चारों सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी
3/3/2021 8:08:11 PM
जयपुर, तीन मार्च (भाषा) राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) राज्य में चार विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी।
पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पार्टी के लिए इन उपचुनाव में रोजगार, निशुल्क बिजली, सम्पूर्ण कर्ज माफी और केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीनों कृषि कानूनों की वापसी प्रमुख मुद्दे होंगे।
राजस्थान की राजसमंद, सहाड़ा, सुजानगढ़ और वल्लभनगर सीटों पर उपचुनाव होंगे। चारों सीटें विधायकों के निधन के कारण रिक्त हुई हैं हालांकि उपचुनाव के लिए तारीख अभी घोषित नहीं हुई है।
बेनीवाल ने बुधवार को जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आरएलपी राज्य की सभी चारों सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी। नागौर सांसद ने कहा कि वह केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे के विरोध में राजग से अलग हो गए और उनकी पार्टी पिछले तीन महीने से शाहजहांपुर (अलवर) में धरने दे रही है।
उन्होंने कहा कि उपचुनावों के अलावा आरएलपी राज्य के 12 जिलों में होने वाले आगामी पंचायत चुनाव भी लड़ेगी। उन्होंने दावा किया, ‘‘आरएलपी राज्य में पहली ऐसी पार्टी है जिसने 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और चार लाख मतदाताओं ने उसे वोट दिया।’’
उन्होंने कहा कि आरएलपी राजस्थान में तीनों कृषि कानूनों के विरोध में रैलियां आयोजित करेगी। कृषि कानूनों के अलावा रैलियों में पूर्ण कर्ज माफी, टोल फ्री और कानून व्यवस्था का मुद्दा होगा। राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए बेनीवाल ने कहा कि जब कांग्रेस ने किसानों से पूर्ण कर्ज माफी के वादे को पूरा नहीं किया वह किसान महापंचायत क्यों कर रही है।
आरएलपी के पास मेड़ता, खींवसर और भोपालगढ से तीन विधायक हैं। बेनीवाल ने 2018 में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी का गठन किया गया था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पार्टी के लिए इन उपचुनाव में रोजगार, निशुल्क बिजली, सम्पूर्ण कर्ज माफी और केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीनों कृषि कानूनों की वापसी प्रमुख मुद्दे होंगे।
राजस्थान की राजसमंद, सहाड़ा, सुजानगढ़ और वल्लभनगर सीटों पर उपचुनाव होंगे। चारों सीटें विधायकों के निधन के कारण रिक्त हुई हैं हालांकि उपचुनाव के लिए तारीख अभी घोषित नहीं हुई है।
बेनीवाल ने बुधवार को जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आरएलपी राज्य की सभी चारों सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी। नागौर सांसद ने कहा कि वह केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे के विरोध में राजग से अलग हो गए और उनकी पार्टी पिछले तीन महीने से शाहजहांपुर (अलवर) में धरने दे रही है।
उन्होंने कहा कि उपचुनावों के अलावा आरएलपी राज्य के 12 जिलों में होने वाले आगामी पंचायत चुनाव भी लड़ेगी। उन्होंने दावा किया, ‘‘आरएलपी राज्य में पहली ऐसी पार्टी है जिसने 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और चार लाख मतदाताओं ने उसे वोट दिया।’’
उन्होंने कहा कि आरएलपी राजस्थान में तीनों कृषि कानूनों के विरोध में रैलियां आयोजित करेगी। कृषि कानूनों के अलावा रैलियों में पूर्ण कर्ज माफी, टोल फ्री और कानून व्यवस्था का मुद्दा होगा। राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए बेनीवाल ने कहा कि जब कांग्रेस ने किसानों से पूर्ण कर्ज माफी के वादे को पूरा नहीं किया वह किसान महापंचायत क्यों कर रही है।
आरएलपी के पास मेड़ता, खींवसर और भोपालगढ से तीन विधायक हैं। बेनीवाल ने 2018 में विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी का गठन किया गया था।
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