भ्रष्टाचार मामले में आईपीएस अधिकारी गिरफ्तार

2/2/2021 8:10:25 PM

जयपुर, दो फरवरी (भाषा) भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी मनीष अग्रवाल को मंगलवार को रिश्वतखोरी के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि अग्रवाल ने दौसा के जिला पुलिस अधीक्षक पद पर रहते हुए दलाल के जरिये एक कंपनी के मालिक से 38 लाख रूपये की कथित रिश्वत मांगी थी।

ब्यूरो के महानिदेशक बी एल सोनी ने पीटीआई भाषा को बताया कि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी मनीष अग्रवाल को भ्रष्टाचार के एक मामले में अनुसंधान अधिकारी ने भ्रष्टचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है। अधिकारी के निवास पर तलाशी ली जा रही है।

उल्लेखनीय है कि ब्यूरो ने 13 जनवरी को एसीबी की जयपुर देहात इकाई ने दौसा के एसडीएम पुष्कर मित्‍तल को परिवादी से पांच लाख रूपये की कथित रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। वहीं बांदीकुई की एसडीएम पिंकी मीणाको 10 लाख रूपये रिश्वत मांगते हुए गिरफ्तार किया। इसी तरह एक दलाल नीरज मीणा को दौसा पुलिस अधीक्षक के नाम से 38 लाख रूपये रिश्वत मांगने पर गिरफ्तार किया गया है।

सोनी ने बताया कि उन्हें दौसा जिले में राजमार्ग निर्माण करने वाली कम्पनी के मालिक ने शिकायत की थी कि भूमि अधिग्रहण व मुआवजा देकर जमीन सड़क निर्माण के लिए सुपुर्द करने की एवज में तथा निर्माण कार्य में रुकावट नहीं डालने के लिए प्रशासन और पुलिस अधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगी जा रही है। रिश्वत नहीं देने पर परेशान किया जा रहा है।

सोनी ने बताया कि दलाल मीणा ने दौसा के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल के नाम पर चार लाख रूपये मासिक बंधी व प्रत्येक प्राथमिकी में मामला रफा-दफा करने की एवज में 10 लाख रूपये की मांग की थी।
उन्होंने बताया कि दलाल कुल मिलाकर 38 लाख रुपए बतौर रिश्‍वत मांग रहा था जिस पर उसे गिरफ्तार किया गया। इस मामले में आईपीएस अधिकारी अग्रवाल की संलिप्तता की जांच के बाद ब्यूरो ने मंगलवार को उसे गिरफ्तार किया है जो वर्तमान में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल में कंमाडेंट के रूप में जयपुर में तैनात है।

आईपीएस अग्रवाल छह जुलाई 2020 से छह जनवरी 2021 तक दौसा के पुलिस अधीक्षक रहे।



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PTI News Agency

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