महिला आयोग में अधिकांश मामले आते हैं फ्रॉड- रेहाना रिहाज
Tuesday, Nov 26, 2024-05:25 PM (IST)
जोधपुर, 26 नवंबर 2024 । राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष रेहाना रिहाज जोधपुर दौरे पर रही । इस दौरे के दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे 3 साल के इस कार्यकाल के दौरान मुझे महिला आयोग में एक अलग ही दुनिया देखने को मिली । इस आयोग में कई तरह के मामले सामने आते हैं । इन मामलों में अधिकांश मामले तो फ्रॉड मामले होते हैं । जिस पर मेहनत भी कर लेते हैं और आखिर जब नतीजे पर पहुंचते हैं तो यह मामला झूठा निकल जाता है । कई महिलाएं तो सिर्फ धन ऐंठने के लिए भी मामले को महिला आयोग में डाल देते हैं । तो कई महिलाएं किसी को सबक सिखाने के लिए भी मामले को महिला आयोग में भेज देती हैं । जब इस पूरे मामले की जांच की जाती है । तो मामला पूरी तरीके से फर्जी निकलता है और ऐसे मामलों में जब देखते हैं तो जो सही मामले होते हैं, वह मामले भी पीछे रह जाते हैं इसमें प्रशासन का टाइम खराब होता है ।
महिला आयोग एक अलग ही दुनिया- रेहाना रिहाज
वहीं उन्होंने कहा कि सही में कोई पीड़िता है, तो उनकी मदद करने में मुझे बहुत अच्छा लगता है । बाकी इस महिला आयोग में आने के बाद समाज के अलग-अलग रूप देखने को मुझे मिला है । मेरे तीन साल का कार्यकाल अब कुछ समय बाद खत्म हो रहा है । किसी भी विभाग में जब एन्ट्री करते है तो पहले आपको इतनी जानकारी नहीं होती हैं और महिला आयोग में आने से पहले मुझे पता नहीं था, कि किस तरह केस को जांचते हैं और क्या करना होता हैं । लेकिन महिला आयोग में आने के बाद में जो केस को जो डील करना शुरू किया और देखना शुरू किया तो वो एक अलग सी दुनिया है । क्योंकि मैं एक साधारण फैमिली से बिलॉन्ग करती हूं, मेरे साथ वाले बहुत सारे लोग मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करते हैं, तो हमारी सोच से परे की एक दुनिया मैंने देखी है, बहुत समस्याएं हैं ।
पीड़ित लोगों की मदद करने में अच्छा लगता है- महिला आयोग अध्यक्ष
महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि इस विभाग में लोग बड़ा विश्वास करते हैं कि महिला आयोग में आ रहे हैं या पुलिस तक पहुंच रहे हैं । और उनके हौंसले को दाद देती हूं अगर जितने भी केसों से में से अगर एक भी केस सही पाया जाता है और अगर वो पीड़ित वाकई में पीड़ित है । तो उनकी मदद करने में बहुत अच्छा लगता है । बाकी समाज के अलग रूप देखने को मिला है । मैं जैसे ही इस विभाग में आई तो पता लगता है कि भावुकता के साथ मामले आते है। और उनको न्याय मिलना चाहिए । उस तरीके सहारे केस को इस तरीके से डील करते हैं । उसमें बहुत सारे लोग इन्वॉल्व होते है, पूरा आयोग इन्वॉल्व है, उसमें मेंबर्स अधिकारी और बाहर प्रशासनिक अधिकारी पुलिस सब इन्वॉल्व होते हैं । सभी का योगदान है ।
अधिकतर केस जांच में फर्जी निकलते हैं- रेहाना रिहाज
उन्होंने कहा कि इसमें तो शुरुआत करते है उसके बाद में जांच पड़ताल के बाद में पता लगता है कि केस तो फर्जी है, किसी को सबक सिखाने के लिए है और बहुत सारे केस बाकयदा पीड़िता फर्जी तरीके से सामने आते हैं । ऐसे मामलों में समय भी जाया होता है और औरों को न्याय मिलने में देरी होती हैं । क्योंकि अगर इस तरह के फर्जी केस लेकर आएंगे तो असली केस को भी डील करने में टाइम भी लगता है, फर्जी केस में टाइम जाया होता है ।
किसी से बदला लेने के लिए फर्जी केस मत करो- रेहाना रिहाज
रेहाना रिहाज ने कहा कि मैं यहीं कहूंगी कि फर्जी केस मत करो, आप किसी से बदला लेने के लिए या कोई रेवेन्यू का मसला है, रेवेन्यू से क्या लेना देना है महिला आयोग का । रेवेन्यू के मसले पर भी जमीन जायदाद के मसले पर किसी महिला को बीच में डाल देंगे कि मेरे साथ मारपीट हुई है । और साथ ही किसी आदमी को सबक सिखाने के लिए मैं सभी से यहीं कहती हूं कि किसी को सबक सिखाने के लिए केस मत करो । आप न्याय पाने के लिए केस करो, आपके साथ में ज्यादति हुई है तो आपको न्याय पाने का पूरा हक है । हम लोग सारे आपके साथ में और सबक सिखाने के लिए जिस तरह से एक यूज करता है वो मुझे अच्छा नहीं लगता है ।