साइबर फ्रॉड करने वाली मेवाती गैंग का हुआ भाडाफोड़ |

9/27/2023 5:40:08 PM


जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की एयरपोर्ट थाना पुलिस ने पूर्व परिचित बनाकर लिंक भेज कर साइबर फ्रॉड करने वाली मेवाती गैंग का भाडाफोड़ किया है और दो साइबर क्रिमिनल लो को मेवात से गिरफ्तार किया है ठगी में प्रयुक्त मोबाइल फोन और सीमा की विश्लेषण से पिछले 8 महीने में कुल 310 सीमा का इन बदमाशों द्वारा उपयोग किया गया विश्लेषण में देश भर में उनके खिलाफ 1000 साइबर कंप्लेंट है दर्ज है वही 70 प्रकरण विभिन्न स्थानों में दर्ज है अपराधियों ने साइबर फ्रॉड से अर्जित राशियों से गाड़ियां और शानदार मकान बना लिए  और गांव में कपड़ों का शोरूम खोला और बाद अनुसंधान फ्रॉड से अर्जित संपत्ति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई इनके खिलाफ की जाएगी,हालिया एक रिपोर्ट में मेवाड़ देश का दूसरा जामताड़ा बन गया है विशेष भौगोलिक परिस्थितियों के कारण इस इलाके से साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करना बहुत कठिन हो चुका है | कार्रवाई के बारे में बताते हुए डीसीपी डॉक्टर अमृता दुहन ने बताया कि सुरेश मीणा द्वारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गई और बताया कि उसके पास उसके परिचित बनाकर एक व्यक्ति ने फोन किया और परिवार के समाचार पूछे दो-तीन मिनट बात करने के बाद वह बोला कि सुरेश जी एक छोटा सा काम है मेरे खाते से पैसे ट्रांसफर करने में समस्या आ रही है इसलिए मैं मेरे दोस्त शिवराज मीना से आपके खाते में कुछ पैसे ट्रांसफर करवा रहा हूं उसने मेरे से बैंक ट्रांसफर संबंधी कोई जानकारी नहीं मांगी और मेरे खाते से फोन नंबर के माध्यम से मैंने हां कर दिया और फोन करने वाले ने मेरे पास ₹25000 सक्सेसफुल मेरे खाते में रुपए डालने का स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप पर भेज दिया लेकिन मैं मेरा बैलेंस चेक किया तो बैलेंस नहीं बाद इस संबंध में मैंने फोन करने वाले को बोला तो उसने मुझे जवाब दिया कि मेरे खाते से पैसे कट गए हैं आप एक बार फोनपे पर आओ वहां एक मैसेज आया होगा मैं फोन पर खोला तो वहां शिवराज मीणा के नाम से 25000 रिसीवड सुरेश चंद्र मीना इस तरह का मैसेज था मैंने स्क्रीनशॉट और मैसेज देखकर अवगत कराया उस ने कहा कि मेरा मर्चेंट खाता है आप थोड़ी देर फोन पे खोल कर रखना थोड़ी देर बाद बैलेंस आपके खाते में आ जाएगा मैं परिचित बनाकर परिचित की आवाज मैं बात करने वाले के विश्वास में आ गया और उसके के अनुसार किया इस तरह मेरे खाते से 25000 रुपए  और कुछ देर बाद ₹19000 और कट गए कुल मिलाकर 44000 कट गए मैंने स्क्रीनशॉट भेजा और उन्हें बताया कि मेरे खाते से पैसे कट गए हैं तो उन्होंने कहा कि गलत प्रक्रिया के कारण कट गए आप घबराए मत मैं तुरंत वापस आपके खाते में ट्रांसफर कर रहा हूं थोड़ी देर बाद बोला कि आपके खाते में वापस डालने में समस्या आ रही है आप ऐसा करो कि कोई दूसरे के फोन पे नंबर दो थे मैं उसमें वापस डाल देता हूं फोन करने वाले को अभी भी परिचित समझ रहा था इसलिए मैंने  मेरे दोस्त लेखराज मीणा के मोबाइल नंबर दे दिए लेखराज मीणा को मैंने बताया कि मेरे पास उनके परिचित फोन करेंगे वह आदमी मेरी कटी हुई राशि आपके फोन पे पर डालेंगे इस तरह पहले बदमाश ने 10 रूपये डाले तो उसके खाते में आ गए और बाद में बोला कि अब मैं बकाया राशि डाल रहा हूं इस तरह धोखा करके उसने खाते से गन रुपए काट लिए बाद में उसका फोन स्विच ऑफ आया पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम का गठन किया गया और टीम ने अलवर निवासी अजहरुद्दीन और मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है | 
                   चलिए आपको बताते हैं कि किस तरह ये बदमाश अपनी इन करतूत को अंजाम देते थे बदमाश किसी भी पीड़ित का फोन नंबर रैंडम सेलेक्ट करते और उसे पर फोन पे पर उसकी डिटेल जान लेते उसके बाद परिचित बनकर कॉल किया करते किसी कारणवश मेरे खाते में पैसे नहीं आ रहे हैं मैं अपने दोस्त से आपके खाते में पैसे ट्रांसफर करवा रहा हूं विश्वास मे लेने के बाद पीड़ित को बैंक खाते में रुपए जमा होने का फर्जी एडिटेड टैक्स मैसेज भेजा जाता कुछ लोगों को पेटीएम और फोन पे के रिक्वेस्ट फ्रेम पेमेंट आईडी जेनरेट करके भेजा जाता इस पर लोग पेमेंट प्राप्त होने का विश्वास कर लेते और भेजे गए लिंक पर क्लिक करते और फ्रॉड उनके खातों से रुपए पार कर लेते पैसे कटने का बताने पर परिचित का भी फोन पर नंबर लेते और फिर उसका भी खाता साफ कर देते | 
 

इस तरह की वारदातों को अंजाम देने के लिए यह बदमाश तीन से चार लहर में काम करते है 

बैंक खाते में आए हुए रुपयों को 20 से 25% कमीशन पर विभिन्न पेट्रोल पंपों से कैश कर लिए जाते गांव से बहुत से लड़के अपने और अन्य बैंक खातों में रुपए डालकर 20 से 30% कमीशन पर रुपए कैश करते एक व्यक्ति कॉलर होता इन सब में महत्वपूर्ण व्यक्ति वह होता है जो सब में समन्वय बनाए रखता था इनके मोबाइल विश्लेषण से सामने आया है कि पिछले 1 वर्ष में अपराधियों द्वारा साथ मोबाइल फोन में कुल 310 सीमो का उपयोग किया गया इनके खिलाफ 1000 साइबर कंप्लेंट ऑनलाइन दर्ज है देश के विभिन्न थानों में करीब 70 मुकदमे दर्ज है | 
 इस पूरी कार्रवाई में थानाधिकारी शेफाली डीएसटी टीम प्रभारी कन्हैयालाल asi राकेश सिंह कांस्टेबल रमेश कुमार सुरेश चौधरी और अकरम खान के महत्वपूर्ण भूमिका रही | 


Content Editor

Afjal Khan

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