मंगल का कन्या राशि में प्रवेश, 13 सितंबर तक कन्या राशि में रहेगा मंगल
Saturday, Aug 02, 2025-07:18 PM (IST)

जयपुर/जोधपुर, 2 अगस्त 2025 । पंचांग के अनुसार मंगल 28 जुलाई को कन्या राशि में प्रवेश कर चुका है। मंगल कन्या राशि में 13 सितंबर तक रहेगा और उसके बाद तुला राशि में प्रवेश कर जायेगा। मंगल को ज्योतिष शास्त्र में अग्नि तत्व का प्रतिनिधि और क्रूर ग्रह माना जाता है, जो साहस, ऊर्जा, जुझारूपन और संघर्ष का प्रतीक है। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ अनीष व्यास ने बताया कि मंगल 28 जुलाई को शाम 7:57 पर सिंह राशि से कन्या राशि में प्रवेश कर चुका है। मंगल कन्या राशि में 13 सितंबर तक रहेगा और उसके बाद तुला राशि में प्रवेश कर जायेगा। यह ग्रह जीवन में सक्रियता और पराक्रम लाता है, लेकिन इसकी कमजोर या अशुभ स्थिति व्यक्ति के स्वास्थ्य, संबंधों और वित्तीय स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। मंगल ग्रह की स्थिति व्यक्ति की कुंडली में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यदि मंगल कमजोर हो या अशुभ स्थिति में हो, तो इसके कारण कई प्रकार की परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे तनाव, पारिवारिक झगड़े, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और आर्थिक नुकसान।
ग्रहों के सेनापति हैं मंगल
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि ज्योतिष शास्त्र में मंगल को सभी ग्रहों का सेनापति होने का दर्जा प्राप्त है। मंगल मेष राशि और वृश्चिक राशि के स्वामी माने गए हैं। मकर राशि में मंगल उच्च के हो जाते हैं वहीं कर्क राशि में मंगल को नीच का माना जाता है। सूर्य, चंद्रमा और बृहस्पति से इनकी मित्रता है। बुध से मंगल की नहीं बनती है। जबकि शुक्र और शनि इनके सम संबंध हैं। मंगल देव पराक्रम, स्फूर्ति, साहस, आत्मविश्वास, धैर्य, देश प्रेम, बल, रक्त, महत्वकांक्षा एवं शस्त्र विद्या के अधिपति माने गए है। यहां आपको विशेष रूप से बताना चाहता हूं कि अग्नि तत्व होने से मंगल सभी प्राणियों को जीवन शक्ति देता है। यह प्रेरण, उत्साह एवं साहस का प्रेरक होता है।
मंगल का शुभ-अशुभ प्रभाव
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि रोजगार के क्षेत्रों में वृद्धि होगी। आय में बढ़ोतरी होगी। देश की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ रहेगा। खाने की चीजों की कीमतें सामान्य रहेंगी। सब्जियां, तिलहन और दलहन की कीमतें कम होंगी। व्यापार में तेजी रहेगी। सोने चांदी के भाव में वृद्धि होगी। राजनीति में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। प्राकृतिक आपदा के साथ अग्नि कांड भूकंप गैस दुर्घटना वायुयान दुर्घटना होने की संभावना। पूरे विश्व में राजनीतिक अस्थिरता यानि राजनीतिक माहौल उच्च होगा। पूरे विश्व में सीमा पर तनाव शुरू हो जायेगा। मंगल की वजह से दुर्घटना होने की आशंका है। देश के कुछ हिस्सों में हवा के साथ बारिश रहेगी। भूकंप या अन्य तरह से प्राकृतिक आपदा आने की भी आशंका है।
करें पूजा-पाठ और दान
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करने चाहिए। लाल कपड़ों का दान करें। मसूर की दाल का दान करें। शहद खाकर घर से निकलें। हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें। मंगलवार को बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं।
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास से जानते हैं मंगल का कन्या राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर प्रभाव।
मेष राशि - षष्ठम भाव में मंगल का गोचर आपके लिए कुछ चुनौतियां ला सकता है। मानसिक तनाव और अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है। ब्लड प्रेशर, सिर दर्द या पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। शत्रु सक्रिय हो सकते हैं या कानूनी विवाद हो सकते हैं। व्यायाम और ध्यान नियमित रूप से करें। वाणी पर संयम रखें।
वृषभ राशि - पंचम भाव में मंगल का आगमन आपके लिए सुखद रहेगा। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है। नई संपत्ति या वाहन खरीदने के योग बनेंगे। वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ेगा, तालमेल बना रहेगा। निवेश सोच-समझकर करें। संतान से संवाद में सामंजस्य रखें।
मिथुन राशि - चतुर्थ भाव में मंगल पारिवारिक और मानसिक तनाव ला सकता है। घर-परिवार में कोई विवाद और जरूरी बदलाव संभव हैं। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बेचैनी बनी रह सकती है। घर में वास्तु-संबंधी दोष दूर करें, माता के साथ समय बिताएं। अनुचित कार्यों से बचें।
कर्क राशि - तृतीय भाव में मंगल ऊर्जा देगा, लेकिन विवेक भी जरूरी है। छोटे भाई-बहनों से मतभेद हो सकते हैं। यात्रा के योग बन सकते हैं, पर सावधानी बरतें। कार्यक्षेत्र में नए अवसर मिल सकते हैं। किसी भी निर्णय से पहले सलाह अवश्य लें। क्रोध पर नियंत्रण रखें।
सिंह राशि - द्वितीय भाव का मंगल आर्थिक मामलों में गति लाएगा। धन प्राप्ति के नए स्रोत बन सकते हैं। पारिवारिक तालमेल बनाए रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें, अन्यथा रिश्तों में खटास आ सकती है। फिजूलखर्ची से बचें, निवेश सोच-समझकर करें। दूर के रिश्तों से लाभ हो सकता है।
कन्या राशि - इसी राशि में मंगल रहेगा। मंगल आपकी ऊर्जा को बढ़ाएगा, लेकिन विवाद भी संभव हैं। सोच-विचारकर ही आगे बढ़ें। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी पर अहंकार से बचना होगा। किसी विवाद में फंस सकते हैं, कोर्ट-कचहरी से दूर रहें। स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें। संयमित आहार और विचार जरूरी हैं। धैर्य से कार्य करें।
तुला राशि - द्वादश भाव में मंगल खर्च बढ़ाने वाला और स्वास्थ्य पर बुरा असर डालने वाला हो सकता है। नींद की कमी, ब्लड प्रेशर या चोट की संभावना रहेगी। यात्रा का योग बन सकता है, लेकिन सतर्कता जरूरी है। थकावट और आत्मविश्वास की कमी हो सकती है।
वृश्चिक राशि - एकादश भाव में मंगल शुभ फल देगा, पुराने अटके कार्य पूरे होंगे, सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। दोस्तों और रिश्तेदारों से सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि संभव है, शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। दूसरों की सहायता करें और अच्छे कर्म करते रहें।
धनु राशि - दशम भाव का मंगल सामान्य रहेगा, लेकिन करियर को नई दिशा दे सकता है। कार्यस्थल पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। अधिकारियों से सहयोग मिलेगा, योजनाएं बार-बार बदल सकती हैं। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। मित्रों से रिश्ते सुधारें। संयम और धैर्य से कार्य करें। वरिष्ठों की सलाह मानें।
मकर राशि - नवम भाव में मंगल भाग्य का साथ दिलाएगा, नौकरी में तरक्की या ट्रांसफर का योग है। विदेश यात्रा या उच्च शिक्षा से संबंधित अवसर मिल सकते हैं। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। धर्म-कर्म में भाग लें, गुरुजनों का सम्मान करें। आय वृद्धि के साथ संतान से सुख मिलेगा।
कुंभ राशि - अष्टम भाव में मंगल चुनौतियां लाएगा। आय में कमी और खर्चों में वृद्धि संभव है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता बनी रह सकती है। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। काम का क्रेडिट नहीं मिल पाएगा।
मीन राशि - सप्तम भाव में मंगल वैवाहिक जीवन को प्रभावित कर सकता है। जीवनसाथी से मतभेद हो सकते हैं। साझेदारी के कार्यों में सावधानी रखें। स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। नया वाहन मिल सकता है। चिंताओं से बचना होगा। संवाद में विनम्रता रखें, विवादों से दूर रहें।