शहर के करीब तेंदुए की दस्तक, बड़ी में किया बछड़े का शिकार, गोगुंदा क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए की तलाश जारी
Monday, Oct 14, 2024-08:32 PM (IST)
उदयपुर, 14 अक्टूबर 2024 । जिले के गोगुंदा क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए द्वारा आठ लोगों को शिकार बनाए जाने के बाद भय का माहौल बना हुआ है। इस बीच शहर के करीब बड़ी गांव में एक तेंदुए ने दस्तक दी है। जहां बाड़े में घुसकर उसने एक बछड़े को शिकार बना लिया। इस घटना से बड़ी और करीबी एरिया के लोगों में दहशत फैल गई।
उदयपुर शहर से करीब सात किलोमीटर दूर बड़ी गांव में सोमवार सुबह करीब सात बजे देवीलाल चौबीसा के बाड़े में घुसे तेंदुए ने बछड़े को शिकार बनाया। तब चौबीसा परिवार की महिला गाय का दूध दुहने बाड़े में पहुंची थी। तेंदुए को देखते ही उसकी चीख निकल गई। जिसके बाद तेंदुआ बाड़े की दीवार फांदकर भाग निकला। बछड़े को शिकार बनाए जाने के बाद बाड़े में खून फैला हुआ था। महिला की चीख सुनते ही परिजन ही नहीं, बल्कि आस—पड़ोस में रहने वाले लोग भी दौड़कर आए।
तेंदुए के साथ शावक भी ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस और वन विभाग को दी। जिसके बाद घटना स्थल पर पहुंचे वन अधिकारियों ने तेंदुए के पगमार्क निकाले। घटनास्थल पर दो अलग—अलग पगमार्क मिले। जिनमें एक पगमार्क बड़े थे और दूसरे छोटे। जिसके चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि बड़े पगमार्क युवा तेंदुए विशेषकर मादा के रहे होंगे, जबकि छोटे पगमार्क शावक के होंगे। वन अधिकारियों का कहना है कि तेंदुओं को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाए जाने का निर्णय लिया है। बड़ी घनी आबादी वाला गांव है और करीबी पहाड़ी इलाकों में तेंदुए की सक्रियता है। छह महीने पहले भी बड़ी गांव में एक तेंदुआ आ गया था। जिसे पिंजरा लगाकर पकड़ने में सफलता मिली थी। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी।
उधर, गोगुंदा में आदमखोर की तलाश जारी है, जिले के गोगुंदा क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए की तलाश के लिए जारी अभियान सोमवार को भी जारी रहा। सौ से अधिक वनकर्मी, अस्सी से अधिक कैमरों तथा एक दर्जन से अधिक शूटर आदमखोर तेंदुए की तलाश में जुटे हुए हैं। पिछले दो दिन से यहां तेंदुए का सुराग नहीं लग पाया है। राठौड़ों का गुड़ा एवं करीब एक दर्जन गांवों के लोग भी आदमखोर की तलाश में वन विभाग के कर्मचारियों के साथ दिन—रात लाठी तथा अन्य धारदार हथियार लेकर चौकीदारी में जुटे हुए हैं।
गौरतलब है कि गोगुंदा क्षेत्र में आदमखोर तेंदुआ आठ लोगों को अपना शिकार बना चुका था। जिसके बाद वन विभाग ने आदमखोर तेंदुए को सशर्त गोली मारने के आदेश जारी किए थे। तब से वन विभाग की टीम इस एरिया में बनी हुई है।