मजदूर के बेटे नें बढ़ाया सिरोही का गौरव

Wednesday, Jan 15, 2025-04:35 PM (IST)

सिरोही जिले में पत्थर घड़ाई का काम करने वाले एक मजदूर के बेटे ने नेपाल में आयोजित 8 वीं इंडो नेपाल स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है। खिलाड़ी के परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के बावजूद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया है।

9 मिनट 30 सेकंड में 3 हजार मीटर की दौड़ कि पूर्ण 

जिले के पिंडवाड़ा तहसील के जनापुर गांव निवासी अर्जुन मेघवाल ने 8 वी इंडो नेपाल प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व कर 3 हजार मीटर की दौड़ को 9 मिनट 30 सेकंड में खत्म कर गोल्ड मेडल हासिल किया। अर्जुन की इस जीत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, तो परिवार में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. घर पर बधाई देने के लिए रिश्तेदारों और दोस्तों की भीड़ उमड़ पड़ी.

पिता पत्थर घड़ाई का करते हैं काम

खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल एक गरीब परिवार से होने के बावजूद परिवार के सपोर्ट और लगातार मेहनत से खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके पिता दरगाराम मेघवाल पिंडवाड़ा में ही पत्थर घड़ाई का काम कर अर्जुन को पढ़ाने के साथ ही परिवार का खर्च उठाते है। अर्जुन ने पिंडवाड़ा के सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर लैब टेक्नीशियन का कोर्स कर करियर चुनते हुए खेल में अपना प्रयास जारी रखा। रेवदर के कोच भरत कोली के मार्गदर्शन में अर्जुन खेलकूद प्रतियोगिता में आगे बढ़ा और नेपाल में आठवीं इंडो नेपाल चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 3 किलोमीटर दौड़ में हिस्सा लेकर जीत के साथ प्रथम स्थान हासिल कर देश के लिए गोल्ड मेडल जीतकर गांव का नाम रोशन किया है।

रहने का कच्चा घर, फिर भी सपने बड़े देखे

खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल ने बताया कि मेरा घर कच्चा है कई बार ऐसा लगता था कि मेरे परिवार के पास धन नहीं है मैं आगे कैसे बढूं। लेकिन हिम्मत नहीं हारी रोज सुबह 4 बजे उठकर गांव की सड़कों पर नंगे पांव दौड़ता था वह मेहनत मुझे आज याद आती है कि अगर में मेहनत नहीं करता और सपना नहीं देखा होता तो इंटरनेशनल लेवल का खिलाड़ी नहीं बन पाता। अन्य युवाओं को भी कहना चाहता हूं जो आपने सपने देखे है उन्हें पूरा करने में सारी मेहनत लगा दो।
उन्होंने जीत का से श्रेय परिवार और कोच को दिया


सरकार से मांग

खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल ने मीडिया के माध्यम से सरकार से मांग रखी है कि सरकार को सिरोही क्षेत्र में अच्छा दौड़ने के लिए ट्रैक बनाना चाहिए। ट्रैकसूट अच्छे जूते आदि खिलाड़ियों को मिलने वाली मूलभूत सुविधा मिले तो कई हमारे क्षेत्र के प्रतिभाएं आगे बढ़कर गोल्ड मेडल लाने में सफल हो सकते है। वहीं बता दे कि जीत के बाद खिलाड़ी अर्जुन मेघवाल ने बताया कि गांव लौटने पर अभी तक मिलने सरकार का एक भी स्थानीय नुमाइंदा नहीं पहुंचा। 


Content Editor

Kailash Singh

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