संपत्तियों पर अस्थाई अतिक्रमण पर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने दे दिया ये बयान
Thursday, Oct 17, 2024-08:43 PM (IST)
जोधपुर, 17 अक्टूबर 2024 । स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा अपने दो दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे, यहां पर उन्होंने जोधपुर नगर निगम उत्तर और दक्षिण के साथ जोधपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ में बैठक ली । इस बैठक में मंत्री झाबर सिंह खर्रा के साथ राज्य सभा सांसद राजेंद्र गहलोत, भाजपा विधायक अतुल भंसाली और देवेंद्र जोशी मौजूद रहे । बैठक के बाद में पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वायत शासन मंत्री ने कहा कि जोधपुर नगर निगम उत्तर और दक्षिण के शिकायतों और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की गई इसके साथ ही नगर निगम में आने वाली सरकारी संपत्तियों को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं
उन्होंने कहा कि बैठक में यह निश्चय किया गया है कि नगर निगम द्वारा एक पोर्टल बनाया जाए, जिसमें नगर निगम की संपत्तियों को विवरण सहित दिखाई जाएंगी। निगम द्वारा जितने भी पट्टे जारी किए गए हैं, उन्हें भी पोर्टल पर दिखाया जाए । भूमि के पट्टे संबंधित शिकायतों में पत्रावलियों के न होने और कई पट्टों में हस्ताक्षर नहीं होने को लेकर निगम अधिकारियों को जांच करने और गलत पाए जाने पर एसीबी और एसओजी को पत्र लिखा जाए, ताकि उनकी जांच करवा कर दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके। जो पत्रावलिया सुरक्षित है, उन्हें बाजार में उतारा जाए । ताकि उनसे राजस्व पर अर्जित किया जा सके और विकास किया जा सके ।
अतिक्रमण पर बोलते हुए मंत्री खर्रा ने कहा कि जिन संपत्तियों पर अस्थाई अतिक्रमण है उन अतिक्रमण को हटाकर वापस संपत्तियों को निगम अपने कब्जे में ले और जिन संपत्तियों पर स्थाई अतिक्रमण है । उनका नियमितीकरण राजस्व अर्जित का काम निगम करें ताकि आने वाले समय में जोधपुर में जितनी भी समस्या है उनका निराकरण किया जा सके।
साथ ही उन्होंने कहा कि छोटी सड़कों पर भी वाणिज्यिक दुकानों के निर्माण की स्वीकृतियां जारी की जा रही है और उनके पास पार्किंग के लिए कोई जगह नहीं है और पार्किंग के लिए अनुमति दी जा रही है । इसके बारे में विचार करेंगे लोगों ने वाणिज्य संस्थान के निर्माण करने के लिए आवेदन किया अलग-अलग करने की बजाय उनको सामूहिक रूप से परिसर के रूप में आवेदन करने के लिए बात करें और उसमें परिसर के नीचे मल्टी स्टोरी पार्किंग बन सकती है । इस पर भी हम विचार करके इसके बारे में सजा मांगे और आने वाले समय में इसके ऊपर कार्य करें।