हॉस्पिटल के डॉक्टर और प्रबंधन पर प्रसव के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप |

10/7/2023 7:26:16 PM

सिरोही पिण्डवाड़ा शहर के निजी हॉस्पिटल मातृ छाया के डॉक्टर व प्रबंधन पर प्रसव करवाने के दौरान गम्भीर लापरवाही बरतने से एक प्रसूता की मौत का आरोप लगा है। जानकारी के अनुसार  पिण्डवाड़ा थाना क्षेत्र के एक गाँव के महिला की मौत हो गई है। जिसको लेकर  समाज के लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा गया। साथी ही समाज के कई लोग पिंडवाड़ा शहर के मातृ छाया हॉस्पिटल के बाहर पहुंचे और धरना दिया। वही दोषियों के विरुद्ध ठोस कानूनी कार्रवाई की मांग भी उठाई। इस दौरान रावल समाज के लोगों ने प्रशासन के समक्ष मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के विरोध सख्त  कानूनी कार्रवाई कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने मांग रखी। दरअसल मृतका के पति द्वारा थाने में सुपुर्द रिपोर्ट में अस्पताल प्रशासन पर कई गम्भीर आरोप लगाते हुये पिण्डवाड़ा थाने में लिखित रिपोर्ट भी सुपुर्द की।

थाने में सुपुर्द रिपोर्ट में यह किया जिक्र :-

मृतक महिला के परिजनों द्वारा पिंडवाड़ा थाने में एक लिखित रिपोर्ट सुपुर्द की जिसमे। उन्होंने प्रसूता के मौत के कारणों का पता करने व शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करने की मांग उठाई। साथ ही रिपोर्ट में डॉक्टर कल्पना डामोर व हॉस्पिटल प्रबंधन भरत पाल चौधरी पर लापरवाही का गम्भीर आरोप लगाया। उनकी लापरवाही से मेरी पत्नी की मौत हुई, दरअसल यह आरोप मृतक महिला के पति का है। थाने में दी रिपोर्ट अनुसार 5 अक्टूबर 2023 शाम को मेरी पत्नी  के प्रसव पीड़ा के दौरान मातृछाया हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। इस दरम्यान प्रसव पीड़ा के दौरान डॉक्टर कल्पना डामोर ने मेरी पत्नी का सिजेरियन ऑपरेशन करके  डिलीवरी करवाई थी। लेकिन डॉक्टर की लापरवाही और मातृ छाया हॉस्पिटल प्रबंधन भरत पाल बैंदा चौधरी के लापरवाही व अनदेखी के कारण मेरी पत्नी की प्रसव के दौरान ही मृत्यु हो गई थी। जिसको लेकर हॉस्पिटल प्रबंधन भरत पाल चौधरी और डॉक्टर ने आनंद-फानन में मेरी पत्नी को उदयपुर रेफर किया।  लेकिन वहां के चिकित्सक ने मेरी पत्नी को मृत घोषित कर दिया। जिससे मेरा शक यकीन में बदल गया कि मेरी पत्नी की मृत्यु डॉक्टर व प्रबंधन के लापरवाही से हुई है। जबकि मैं मेरी पत्नी को उदयपुर के लिए रेफर करने के लिए बीच रास्ते में था तभी प्रबंधन व डॉक्टर ने अपने कृत्य  छुपाने के लिए एक घंटे के भीतर ही नवजात बच्चे को जबरन छुट्टी दे दी, और प्रसव संबंधित कागज दस्तावेज भी अपने पास ही रखें। तथा हमें बताया गया कि उदयपुर दस्तावेज चिकित्सक के पास ईमेल से भेज दिए हैं। लेकिन चिकित्सक के पास कोई दस्तावेज नहीं पहुंचे। जिससे स्पष्ट होता है कि मातृ छाया हॉस्पिटल के  पास प्रसव के लिये  चिकित्सकों के पास कोई संसाधन नहीं है। ऐसे में डॉक्टर और प्रबंधन की लापरवाही के कारण मेरी पत्नी की मौत हुई है यह आरोप मृतका के पति ने पिण्डवाड़ा थाने में सुपुर्द रिपोर्ट में लगाया है।

इनकी रहीं प्रदर्शन में मौजूदगी

रावल समाज के व क्षेत्र लोगो द्वारा धरना प्रदर्शन देने पर पुलिस द्वारा अस्पताल के बाहर भारी संख्या में जाब्ता तैनात किया। ओर लोगो की भीड़ भी देखी गई। सूचना पर पिण्डवाड़ा डीएसपी जेठूसिंह करणोत, पिण्डवाड़ा उपखंड अधिकारी रवि प्रकाश, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार, थानाधिकारी सीताराम सहित कई लोग मौके पर मौजूद थे। परिजनों द्वारा रिपोर्ट दी गई है, मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस के अनुसार सीधा मुकदमा दर्ज नहीं कर सकते। सर्वप्रथम मेडिकल कमेटी द्वारा प्रकरण की जाँच होगी। उसके बाद ही अग्रिम कानूनी कार्रवाई अमल में जायेगी।
 

Afjal Khan

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