किसानों ने भारत माता चौक पर किया चक्काजाम, खरीफ फसलों की एमएसपी पर खरीद की मांग, एक घंटे बाद खोला जाम
Tuesday, Oct 08, 2024-06:29 PM (IST)
हनुमानगढ़, 8 अक्तूबर 2024 । मूंग, धान, बाजरा, मूंगफली सहित खरीफ की अन्य फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद शुरू करने की मांग को लेकर आंदोलनरत किसानों ने मंगलवार को पूर्व घोषणानुसार संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले टाउन में भारत माता चौक पर चक्काजाम किया। किसानों ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों व अन्य वाहनों को सडक़ के बीच खड़े कर रास्ता जाम कर दिया और बीच सड़क धरने पर बैठ गए। चक्काजाम करीब एक घंटे चला। इसके चलते टाउन व जंक्शन की तरफ के अलावा सतीपुरा बाइपास पर वाहनों की कतारें लग गईं। हालांकि मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों ने जंक्शन व सतीपुरा बाइपास की तरफ से आए वाहनों को टिब्बी बाइपास रोड की तरफ से डायवर्ट किया। इस दौरान पुलिस का भारी जाप्ता मौके पर तैनात रहा।
किसानों का कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन
इस मौके पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि 19 सितम्बर से हनुमानगढ़ का किसान कलक्ट्रेट के आगे धरने पर बैठा है। किसानों की मांग है कि सरकार की ओर से निर्धारित एमएसपी पर फसलों की खरीद की जाए। धान पर 2320 रुपए एमएसपी निर्धारित है, लेकिन हालात यह हैं कि हनुमानगढ़ धानमंडी में 1700 से 1820 रुपए प्रति क्विंटल में धान बिक रहा है। यही हालात मूंग के हैं। मूंग पर 8682 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी तय है, लेकिन 6000 से 6500 रुपए में मूंग बिक रहा है। धान मंडियों में मूंगफली की भी आवक शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक एक भी खरीद केन्द्र जिले में निर्धारित नहीं किया गया है।
एमएसपी को लेकर अभी तक किसानों के पक्ष में सरकार का सकारात्मक कदम नहीं
उन्होंने कहा कि सरकार और देश के प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि एमएसपी थी, एमएसपी है और एमएसपी रहेगी। वही मांग किसान कर रहा है। लेकिन बार-बार सरकार व प्रशासन के साथ वार्ताएं होने के बावजूद अभी तक कोई सकारात्मक कदम किसान के पक्ष में नहीं उठाया गया है। जब प्रशासन से बात की जाती है तो जवाब होता है कि सरकार स्तर से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। इस तरह पूरे प्रदेश के हालात नाजुक मोड पर हैं। किसान दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
सीकर में भी एमएसपी की मांग को लेकर किसानों ने निकाली पैदल रैली
उन्होंने बताया कि एमएसपी की मांग को लेकर सीकर में किसानों ने पैदल रैली निकाली। यही हालात अनूपगढ़, श्रीगंगानगर व घड़साना में हैं। वहां भी किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर जल्द किसान की बात नहीं सुनी गई तो धीरे-धीरे पूरे राजस्थान में इस आंदोलन को फैलाया जाएगा। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे चक्काजाम समाप्त करने के बाद किसान जिला कलक्ट्रेट के समक्ष चल रहे बेमियादी धरने पर पहुंचे और बैठक की। बैठक में आंदोलन की आगामी रूपरेखा तय की गई। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन पदाधिकारी मौजूद थे।