दुनियाभर के पीड़ितों को शरण देने वाले हिंदू को हिंसक कहना महापाप: दिलावर
Wednesday, Aug 14, 2024-07:25 PM (IST)
कोटा/रामगंजमंडी, 14 अगस्त 2024 । शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि दुनिया भर में जब भी जिस पर भी संकट आया, भारत ने उसको शरण दी। बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री ने भारत में शरण ली। हमने उनको पूरी सुरक्षा दी। ईसाई धर्म मानने वाले हो या इस्लाम या अन्य कोई भी धर्म, जब-जब भी पीड़ित लोगों ने भारत से शरण मांगी, तब-तब भारत ने उनको पूरी सुरक्षा के साथ शरण दी। फिर भी देश के कुछ नासमझ राजनेता कहते हैं कि हिंदू हिंसक है। शर्म आनी चाहिए ऐसा कहने वालो को। हिंदू को हिंसक कहना महापाप है। देश कभी ऐसा कहने वालों को माफ नहीं करेगा। ये बयान मंत्री दिलावर ने रामगंजमंडी क्षेत्र के चेचट में आयोजित विशाल तिरंगा रैली को संबोधित करते समय दिया ।
दिलावर ने कहा कि आज बांग्लादेश में अत्याचार हो रहा है। अमानवीयता की सारी हदें पार हो रही है और हमारे यहां संविधान की दुहाई देने वाले नेता मुंह पर ताला लगाकर चुप बैठे हैं। उनको बांग्लादेश में हो रही हिंसा दिखाई नहीं देती। ऐसे नेताओं को देशवासी कभी माफ नहीं करेंगे।
दिलावर ने मंच से सभी देशवासियों को 78वे स्वतंत्रता दिवस की दी बधाई
इससे पूर्व खैराबाद और चेचट में अलग-अलग विशाल तिरंगा रैलियां आयोजित की गई। जिनमें भरी संख्या में युवा कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए। रैली में मंत्री दिलावर खुले वाहन में सवार होकर हाथ में तिरंगा झंडा लिए लिए लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। खैराबाद वाहन रैली में सैकड़ों वाहनों पर सवार युवा भारत माता की जय और वादे मातरम् के देशभक्ति से ओतप्रोत नारे लगाते हुए चल रहे थे । तिरंगा झंडा हाथ में लिए चल रहे सैकड़ों कार्यकर्ताओं के कारण पूरा क्षेत्र देशभक्ति के रंग में रंग हुआ था।
बांग्लादेश मे हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
चेचट में पैदल तिरंगा यात्रा निकाली गई। जिसमें छोटे- बड़े, बच्चे-बुजुर्ग सहित भारी संख्या में लोग शामिल हुए। आन बान और शान का प्रतीक तिरंगा हाथ में लिए नारे लगाते हुए लोगों की रैली पूरे चेचट कस्बे में निकाली गई। जो एकलव्य व्यायामशाला पहुंचकर सभा में बदल गई। सभा को मंत्री मदन दिलावर ने संबोधित किया। जिसके बाद सभी कार्यकर्ता पंक्तिबाद होकर मौन जुलूस के रूप में तहसील कार्यालय पहुंचे और बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।