जल जीवन मिशन के कार्यों को गुणवत्तापूर्ण करने एवं समय-समय पर निरीक्षण के जिला कलेक्टर ने दिए निर्देश
Saturday, Oct 26, 2024-05:40 PM (IST)
डीग, 26 अक्टूबर 2024। जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक शनिवार को पंचायत समिति सभागार डीग में जिला कलेक्टर उत्सव कौशल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जल जीवन मिशन के कार्यों में गुणवत्ता की ओर से विशेष ध्यान दें। विभागीय अधिकारी समय-समय पर कार्यों का निरीक्षण करें। जो कार्य शेष रहे हैं, उन्हें तुरंत पूरा करवाएं तथा सभी अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता योजनाओं के कार्यों में गति लाएं। उन्होंने पेयजल संबंधी समस्याओं का निस्तारण गंभीरता से करवाने के निर्देश भी दिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि जिन गांवों में जल जीवन मिशन के तहत कार्य चल रहा है, उन गांवों में प्राथमिकता से कार्य पूरा करवाएं एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। पाइप लाइन बिछाने के लिए सडक़ तोड़ने की आवश्यकता हो तो संबंधित विभाग से इसकी पूर्व अनुमति लें एवं विभागों के साथ सामंजस्य रखते हुए कार्य करें। पाइप लाइन बिछाने से पहले उस क्षेत्र की संबंधित ग्राम पंचायत, नगर पालिका, नगर परिषद, सार्वजनिक निर्माण विभाग को अवगत करवाएं। सड़क तोड़ने के बाद तय समय में यथास्थिति में उसका निर्माण करवाएं ताकि आमजन को किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारी समय-समय पर कार्यों का निरीक्षण कर निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करें। स्कूल परिसर में संचालित आंगनबाड़ी कक्षों तक पेयजल पहुंचाने के लिए स्कूल की डिग्गी से आंगनबाड़ी कक्ष तक पाइप लाइन बिछाकर पानी उपलब्ध करवाएं ताकि बच्चों को पानी के लिए दूर नहीं जाना पड़े। इसके अलावा जो स्कूल पेयजल से वंचित हैं, वहां विभाग की पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल पहुंचाना सुनिश्चित करें। हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचे, इसके लिए समय-समय पर पेयजल नमूने लेते रहें एवं पानी की गुणवत्ता की गंभीरता से जांच करवाएं। आमजन से संबंधित समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका निस्तारण करें।
बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता रमेश चंद सैनी ने विभाग की ओर से प्रस्तुत रिपोर्ट में बताया कि जिले में ओटीएमपी प्रोजेक्ट के अंतर्गत 164 गांवों चिन्हित किए गए है वहीं मेजर प्रोजेक्ट में 488 गांवों के लिए योजनाएं स्वीकृत हैं। इनमें से 60130 कार्यों में से 25 अक्टूबर, 2024 तक 41762 कार्यों को पूर्ण किया जा चुका है एवं 18368 कार्य प्रगति पर हैं। इस दौरान भूमि चिन्हीकरण, पावर सप्लाई सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई एवं जल्द से जल्द शेष कार्यों को निर्धारित समय में पूरा करवाने के निर्देश दिए गए।