खेड़ली उप जिला अस्पताल होने के बावजूद नहीं कोई सुविधा, चिकित्सा विभाग क्यों है मौन ?
Wednesday, Sep 04, 2024-03:45 PM (IST)
- खेड़ली उप जिला अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या
- उप जिला अस्पताल होने के बावजूद भी चिकित्सकों के 10 पद खाली
- 20 तरह की जांचे भी बंद, मरीजों की लग रही लंबी कतारें
- OPD में मरीजों की संख्या हो रही 1200 से 1500 पार
अलवर, 4 सितंबर 2024 । खेड़ली कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में मौसमी बीमारियों के कारण कस्बे के उप जिला अस्पताल में रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। जिसके कारण अस्पताल में आने वाले रोगियों की संख्या 1200 से 1500 तक हो गई है। रोगियों की संख्या ज्यादा होने और चिकित्सकों की कमी के कारण अस्पताल परिसर में उपचार के लिए रोगियों को अपनी बारी का इंतजार करने के लिए एक से दो घंटे का समय लग रहा है।
रैफरल अस्पताल से उप जिला अस्पताल में क्रमोन्नत हुए कस्बे के उक्त अस्पताल के हालात कमोबेश अभी भी वही है जो पहले थे। अस्पताल में रोगी को पर्ची कटवाने के लिए लंबी कतार में इंतजार करना पड़ता है। उसके बाद चिकित्सकों की कमी होने के कारण यहां भी लंबी लाइन में खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। चिकित्सक द्वारा जांच लिखने पर रोगी को जांच कराने में भी कुछ समय लग रहा है। मौसमी बीमारी से संबंधित रोगी को औसतन एक से डेढ़ घंटे का समय पर्ची कटवाने से लेकर चिकित्सा के पास दिखाने में व्यतीत हो रहा है। जिसके कारण रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में शनिवार को 1581 रोगी आउटडोर में रजिस्टर किए गए थे, जिसके बाद रविवार को 1025 और सोमवार को 1155 रोगी अस्पताल दिखाने के लिए आए थे। वहीं भर्ती वार्ड में औसतन 100 से 125 रोगी भर्ती किए जा रहे हैं। चिकित्सकों के 10 पद खाली - उप जिला अस्पताल होने के बाद यहां पर 21 चिकित्सकों के पद स्वीकृत हुए हैं। लेकिन, अस्पताल में केवल 10 चिकित्सकों के एक मेडिसन, दो जनरल फिजिशियन, एक शिशु रोग, एक हड्डी रोग, नेत्र रोग, नाक-कान-गला, एक एनेस्थिया के अलावा दंत रोग के तीन चिकित्सक मौजूद है।
मौसमी बीमारी फैलने पर रोगियों की संख्या ज्यादा होती है, उस समय पर रोगी जनरल फिजिशियन या मेडिसिन ऑफिसर के पास ही लोग दिखाने के लिए आते हैं। अस्पताल में वरिष्ठ विशेषज्ञ, एक पद मेडिसिन एवं दो पद मेडिकल ऑफिसर के पद रिक्त हैं। वहीं, स्त्री रोग विशेषज्ञ, जनरल सर्जन तथा रेडियोलॉजिस्ट का पद भी रिक्त पड़ा हुआ है। वही उप जिला अस्पताल बनने के बाद खेड़ली अस्पताल में जांचों का दायरा अभी भी पुराने ढर्रे पर है। यहां पर अभी 37 तरह की जांच की जाती है, जो रोगियों को उपलब्ध है। परंतु उप जिला अस्पताल के बाद यहां 57 तरह की जांच रोगियों को उपलब्ध होनी चाहिए। सरकार द्वारा अभी इस और ध्यान नहीं दिया गया है। चिकित्सालय प्रभारी डॉ. अंकित जेटली ने बताया कि चिकित्सा निदेशालय को पत्र लिखकर रोगियों को 57 तरह की जांच उपलब्ध कराने की मांग की गई है, इसके अलावा उप जिला अस्पताल से संबंधित सुविधाओं को बढ़ाने के लिए पत्र लिखा गया है।