अजमेर में साइबर क्राइम टीम की कॉल सेंटर पर मारी छापेमारी, विदेश में रह रहे लोगों से ऑनलाइन ठगी का मामला हुआ उजागर

Saturday, Aug 10, 2024-06:08 PM (IST)

  • पंजाब का सरगना चढ़ा पुलिस के हत्थे
  • 14 पुरूष और 4 महिलाएं हिरासत में
  • 29 लैपटॉप और 40 मोबाइल फोन जब्त 
  • बड़े नेटवर्क का हो सकता है खुलासा  

अजमेर 10 अगस्त 2024 । अजमेर में साइबर क्राइम टीम ने शनिवार को फॉयसागर रोड पर स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारा। यह कॉल सेंटर एक शादी समारोह स्थल पर चलाया जा रहा था, जहां से विदेश में रह रहे लोगों से ऑनलाइन ठगी की जा रही थी। इस छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर संचालक और उसके सहयोगियों को पकड़ा गया। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने एक दर्जन से अधिक महिला और पुरुषों को भी हिरासत में लिया है। जो इस अवैध गतिविधि में शामिल थे। कॉल सेंटर से कई 29 लैपटॉप और 40 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। जिनका इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा रहा था। 

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जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्रोई ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी, कि फॉयसागर रोड पर संदिग्ध गतिविधियां संचालित हो रही है। जिस पर क्रिश्चयनगंज थाना, गंज थाना और साइबर क्राइम की संयुक्त टीम गठित की गई। इस दौरान पुलिस की टीम ने कॉल सेंटर की जांच की। तो जांच में पुलिस को कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। यहां पर साइबर फ्रॉड का गोरखधंधा चल रहा था। साइबर क्राइम टीम ने हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ की और उनसे लैपटॉप के पासवर्ड खुलवाए। इस जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि ये लोग विदेश में रह रहे लोगों को फर्जी कॉल करके उनसे पैसे ऐंठते थे। इस मामले में कॉल सेंटर का सरगना  पंजाब निवासी शिवम भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पुलिस ने सरगना सहित 14 पुरूष और 4 महिलाओं को हिरासत में लिया है। पुलिस इनसे सख्ती से पूछताछ कर रही है। 

एसपी विश्रोई ने बताया कि 15 दिन पहले पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, यूपी सहित अन्य राज्यों से कुछ लोग अजमेर आए थे। यहां पर पुष्कर रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल के पास के होटल में कमरा किराये पर लेकर रह रहे थे। पुलिस को झांसा देने के लिए इन्होंने फॉयसागर रोड स्थित एक समारोह स्थल किराये पर ले रखा था। यहीं से अपने अवैध काम को अंजाम दे रहे थे। विदेश में रह रहे लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे । पुलिस के मुताबिक, यह गैंग विदेशी नागरिकों को निशाना बनाकर उन्हें फर्जी योजनाओं और ऑफर्स के जरिए धोखा देती थी। ठगी का यह नेटवर्क काफी बड़े पैमाने पर फैला हुआ था और इसके तार अन्य शहरों और देशों से भी जुड़े हो सकते हैं। पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि और कौन-कौन इस रैकेट में शामिल है। 


 


Content Editor

Chandra Prakash

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