छोटीसादड़ी ब्लाइंड मर्डर का हुआ खुलासा, 15 दिन बाद पकड़ा गया नाबालिग आरोपी

Tuesday, Jun 03, 2025-08:27 PM (IST)

प्रतापगढ़ जिले की छोटीसादड़ी थाना क्षेत्र में 15 दिन पहले हुए एक ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी को प्रतापगढ़ पुलिस ने एसपी  विनीत कुमार बंसल के निर्देशन में सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया है, जिसने चौंकाने वाले कारणों से महिला की बेरहमी से हत्या करना कबूल किया है।

क्या था मामला ?

घटना 19 मई, 2025 की है, जब छोटीसादड़ी के माली मोहल्ले में एक महिला की हत्या की सूचना मिली। थानाधिकारी प्रवीण टांक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि गुड्डी बाई पत्नी कन्हैयालाल माली अपने घर के बिस्तर पर खून से लथपथ पड़ी थीं। किसी अज्ञात व्यक्ति ने गला रेतकर उनकी हत्या कर दी थी। मृतक के रिश्तेदार रामचंद्र माली की रिपोर्ट पर छोटीसादड़ी थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

पुलिस की मेहनत लाई रंग

मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसपी विनीत कुमार बंसल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक परबत सिंह और पुलिस उप अधीक्षक गोपाल लाल हिंडोनिया ने खुद घटनास्थल का दौरा किया। साइबर टीम, एफएसएल टीम और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक खास टीम बनाई गई।

पुलिस ने 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले

टीम ने छोटीसादड़ी कस्बे के लगभग 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। रात में आने-जाने वाले हर व्यक्ति की पहचान की गई और उनसे पूछताछ की गई। साइबर टीम ने भी तकनीकी जांच में अहम भूमिका निभाई। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास घर-घर जाकर सर्वे किया और गुप्त जानकारी जुटाई और हत्या के आरोपी एक नाबालिग को डिटेन किया गया।

चौंकाने वाला खुलासा: पोर्नोग्राफी और डर ने बनाया हत्यारा

जांच के दौरान पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग मिला। घटनास्थल से महज 30 मीटर दूर एक घर में रहने वाला एक नाबालिग लड़का घटना वाली रात देर रात तक अपने घर के बाहर मोबाइल चलाता हुआ पाया गया। उसकी गतिविधियों पर गोपनीय तरीके से नजर रखी गई। जब पुलिस टीम ने उसके अभिभावकों की मौजूदगी में उससे मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह नाबालिग लड़का अक्सर गुमसुम रहता था और लंबे समय से पोर्न साइट्स देखने का आदी था। घटना की रात भी उसने पोर्न फिल्म देखी थी। देर रात करीब 1 बजे उसे पता था कि गुड्डी बाई जो एक विधवा महिला थीं, घर में अकेली रहती हैं। वह अपने साथ चाकू लेकर दीवार के सहारे गुड्डी बाई के घर में घुस गया। नाबालिग ने बताया कि जब उसने गुड्डी बाई के कपड़े हटाने की कोशिश की तो वह जाग गईं और उसे पहचानते हुए बोली मैं तुझे पहचान गई हूं।

    यह सुनकर लड़का डर गया और उसने चाकू से गुड्डी बाई के गले पर वार कर दिया। गुड्डी बाई ने बचने के लिए काफी संघर्ष किया, जिससे लड़के के हाथों में भी चोटें आईं। लेकिन बार-बार चाकू के वार करने से उनकी मौत हो गई। हत्या के बाद नाबालिग ने गुड्डी बाई के दो मोबाइल फोन और चाकू अपने घर छिपा दिए। खून से सने कपड़े और चाकू भी छिपा दिए। बाद में पुलिस की सक्रियता को देखते हुए उसने दोनों मोबाइलों से सिम निकालकर सुनसान खंडहर में फेंक दिए ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।

      पुलिस ने विधि से संघर्षरत बालक को हिरासत में ले लिया है और आगे की जांच जारी है। इस घटना का खुलासा करने में थाना छोटी सादड़ी से एसएचओ नारायण लाल, एएसआई जगदीश प्रसाद, हेड कांस्टेबल नरपत सिंह, कांस्टेबल रामराज, हरेंद्र सिंह, धर्मेंद्र सिंह, शंभू सिंह सहित एसएचओ धोलापानी रविंद्र कुमार पाटीदार, साइबर सेल से एएसआई प्रताप सिंह एवं थाना प्रतापगढ़ के कांस्टेबल मानसिंह शामिल थे।


Content Editor

Raunak Pareek

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