बस में मारपीट का मामला, मंत्री मीणा ने दिलाया न्याय का भरोसा !

Wednesday, Jan 15, 2025-12:49 PM (IST)

रिटायर्ड IAS अधिकारी के साथ मारपीट: कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने घटना पर की प्रतिक्रिया

रिटायर्ड आईएएस अधिकारी रामधन लाल मीणा के साथ बस कंडक्टर द्वारा की गई मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए रविवार को रामधन लाल मीणा के घर जाकर उनसे मुलाकात की। इस मुलाकात का वीडियो  सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी घटना को लेकर चर्चा करते नजर आ रहे हैं। मंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

घटना आगरा रोड के कानोता बस स्टैंड के पास हुई, जहां रिटायर्ड आईएएस अधिकारी को उतरना था। सफर के दौरान थकावट के कारण उनकी आंख लग गई और वह कानोता बस स्टैंड पार कर गए। जब उन्होंने अपनी मंजिल पर बस रुकवाने की बात कही, तो कंडक्टर ने नायला पहुंचने पर उनसे अतिरिक्त 10 रुपये किराए की मांग की। रिटायर्ड अधिकारी ने अतिरिक्त पैसे देने से मना कर दिया, जिसके बाद दोनों में बहस शुरू हो गई। यह बहस मारपीट तक पहुंच गई, जिसका वीडियो बस में मौजूद किसी यात्री ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो के वायरल होते ही यह मामला चर्चाओं में आ गया।

10 रुपये के किराए पर हुआ विवाद

घटना की सूचना मिलते ही राजस्थान पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और कानोता थाने में मामला दर्ज किया। कानोता पुलिस स्टेशन के हाउस ऑफिसर (एसएचओ) उदय सिंह ने बताया कि जांच में यह सामने आया कि विवाद तब शुरू हुआ, जब कंडक्टर ने रिटायर्ड आईएएस को कानोता स्टॉप पर नहीं उतारा। नायला पहुंचने पर कंडक्टर ने उनसे अतिरिक्त 10 रुपये किराया मांगा। पैसे देने से इंकार करने पर बहस शुरू हो गई और फिर यह झगड़े में बदल गई।

JCTSL ने कंडक्टर को किया निलंबित

घटना को लेकर जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (JCTSL) ने भी संज्ञान लिया। JCTSL ने वरिष्ठ नागरिक के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की। रविवार को आरोपी कंडक्टर घनश्याम शर्मा, पुत्र रामकिशन शर्मा, को निलंबित कर दिया गया। JCTSL के प्रवक्ता ने कहा कि सार्वजनिक सेवाओं में इस प्रकार का व्यवहार पूरी तरह अस्वीकार्य है। वरिष्ठ नागरिकों और अन्य यात्रियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। दोषी कंडक्टर के खिलाफ विभागीय जांच भी की जाएगी।

मामले ने खींचा सार्वजनिक और राजनीतिक ध्यान

इस घटना ने सोशल मीडिया पर एक बड़ी बहस को जन्म दिया। लोगों ने कंडक्टर के व्यवहार की आलोचना की और वरिष्ठ नागरिकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार की मांग की। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का रिटायर्ड आईएएस अधिकारी के घर जाना यह दर्शाता है कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है।

पुलिस और प्रशासन की कड़ी निगरानी

राजस्थान पुलिस ने घटना के सभी पहलुओं की जांच के लिए विशेष टीम गठित की है। कानोता पुलिस मामले की तह तक जाने और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए तत्पर है। इस मामले ने सार्वजनिक परिवहन में यात्रियों के प्रति संवेदनशीलता और कर्मचारियों के व्यवहार को लेकर नए सवाल खड़े किए हैं। अब देखना होगा कि इस घटना का निपटारा कैसे किया जाता है और इससे क्या नीतिगत सुधार किए जाते हैं।


Content Editor

Rahul yadav

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